बुंदेलखंड बुलेटिन न्यूज
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। नावली सरकार कुरैठा के हनुमानजी मंदिर पर आयोजित कुरैठा सांस्कृतिक महोत्सव में चलरही संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन भगवान के नाम की महिमा की कथा का वर्णन किया गया। वहीं संत श्री जागेश्वर महाराज ने कथा का रस पान कर शिष्यों को आशीर्वाद दिया।विश्वविख्यात भागवताचार्य डॉ श्याम सुन्दर पाराशर महाराज ने कथा श्रवण कराते हुए कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार अवश्य दें,तभी वह सच्चा पुत्र बनेगा।उन्होंने ध्रुव चरित्र के माध्यम से कहा कि उनकी मां ने ध्रुव को संस्कार दिए और नारद जैसा गुरु मिला तो उन्हें परम पद की प्राप्ति हुई। कपिल अष्टाध्यायी के माध्यम से अष्टांग योगों का वर्णन करते हुए योग एवं ध्यान की विधि बताई। भगवान के ध्यान लगाने में आसान एवं संगत जीतता बहुत जरूरी है। संतों की महिमा में कहा कि संत सहनशील होते है।जिन्होंने संतों का संग कर लिया उनके जीवन का कल्याण होजाता है।अजामिल के प्रसंग में उन्होंने बताया कि जीवन में पाप आंख एवं कान दो इंद्रियों से शरीर मे प्रवेश करते है,इसलिए आंख से सुन्दर दृश्य देखे एवं कानों से भगवान की मंगलमयी कथा का श्रवण करें।अजामिल ने एक दूषित दृश्य देखा और उसका पतन हो गया। भगवान के नाम की महिमा अपरंपार है।अजामिल ने धोखे से भगवान का नाम लिया और अपना कल्याण कर लिया।भागवत का मूल पाठ आचार्य राजेश पचौरी ने किया।
संगीतमय कथा में सह गायन मनीष शर्मा एवं तनय शर्मा, ऑर्गन पर दीपक योगी, सितार पर सरजू शरण पाठक, ढोलक पर कपिल शर्मा, तबला पर इंद्रदेव ठाकुर, बैंजो पर अजय कुमार ने संगत की।यज्ञाचार्य आचार्य ज्ञानेन्द्र शास्त्री के द्वारा विधिविधान से यज्ञ करवाया जा रहा है। भागवत कथा में संत श्री जागेश्वर महाराज ने उपस्थित होकर कथा का रस पान किया और सभी को आशीर्वाद दिया।कथा की आरती पावर ग्रिड कारपोरेशन के अध्यक्ष रामनरेश तिवारी, पूर्व सांसद हमीरपुर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल के पुत्र यशोवर्मन सिंह चंदेल, शैलेन्द्र सिंह सेंगर, भगवती शरण कौशिक कार्यक्रम संयोजक बुंदेलखंड विकास बोर्ड के सदस्य डॉ जगदीश सिंह चौहान एवं सह संयोजक ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि केशव सिंह परिहार ने की। संचालन भाजपा जिला महामंत्री बद्री प्रसाद त्रिपाठी ने किया।भागवत कथा में विश्व विख्यात भागवताचार्य डा. श्याम सुंदर पाराशर जी महाराज द्वारा पं. ओम प्रकाश पिपरैया,विनोद व्यास, कुंजबिहारी अड़जरिया, सतीश चौरसिया , उमाशंकर विदुआ, जयपाल सिंह सोमवंशी, पुष्प राज सिंह, राघवेन्द्र सिंह, आकाश दीप कोठारी, मनीष यादव, उपेन्द्र यादव, कल्याण सिंह, अजयपाल सिंह, दृगपाल सिंह, जयहिंद सिंह गौर, नरेंद्र सिंह, संतोष बीडीसी, यशपाल सिंह मानवेन्द्र सिंह गोर माना प्रधान गोकुल चंद प्रकाश चौरसिया को भगवान श्री राम की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर वीरेंद्र त्रिपाठी, जयपाल सिंह सोमवंशी, विनोद व्यास,पं. ओमप्रकाश अड़जरिया, कुंजबिहारी अड़जरिया, हरपाल सिंह परमार, मूरतध्वज सिंह परिहार, राजू धनौरा, मनीष यादव, नरोत्तम कुचवार, उपेन्द्र सिंह यादव, भगवती शरण कौशिक, आकाशदीप कोठारी, राजू सेंगर, उमाशंकर विदुआ, चन्द्र प्रकाश चौरसिया, कश्मीर सिंह घोष, लोकेन्द्र सिंह चौहान, सुशील स्वामी, बन्टे सोनी, गजेन्द्र सिंह तोमर, जनक सिंह चौहान, योगेन्द्र सिंह चौहान, रामप्रकाश सिंह चौहान, रामनारायण पस्तोर, साहब सिंह यादव, योगेन्द्र सिंह चौहान, अशोक मिश्रा, सुनील चौहान, पवन स्वामी, मानवेन्द्र सिंह जनक सिंह चौहान, बबलू चौहान अभिषेक प्रताप सिंह चौहान, राघवेन्द्र सिंह यादव, सुयश प्रताप सिंह चौहान, पूरन सोनी, राजू सेन, ओम प्रकाश रिछारिया, सरदार सिंह घोष सहित सैकड़ों धर्म प्रेमी उपस्थित रहे।
