
बुंदेलखंड बुलेटिन न्यूज़
- थाना दुरसड़ा पुलिस ने हत्या के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया
दतिया। दतिया जिले के दुरसड़ा थाना क्षेत्र के गांव इमलिया मौजे में स्थित चाचा के ढाबे में 5 दिसंबर को सिर कटा शव मिला था।शव भिंड के आलमपुर निवासी धर्मेंद्र गहलोत का निकला।सोमवार दतिया पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने पुलिस कन्ट्रोल रूम में प्रेस कांफ्रेंस में मामले का खुलासा किया।इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस में अतरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार शिवहरे वं एसडीओपी भांडेर कर्णिक श्रीवास्तव सहित थाना प्रभारी सविता शर्मा मौजूद रही।पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि थाना दुरसड़ा में 5 दिसम्बर 24 को सूचनकर्ता पवन परिहार पिता रघुवीर परिहार निवासी ग्राम इमलिया द्वारा सूचना दी थी कि शिवकुमार चाचा के बंद पड़े ढाबे के तलघर में एक अज्ञात व्यक्ति की सरकटी लाश पड़ी है,जिसका सर मौके पर नहीं है उक्त सूचना पर से अपराध दर्ज कर विवेचना मे लिया गया था।दौराने विवेचना दो दिवस बाद उसके सिर को 800 मीटर दूर दस्तयाब किया गया था जो छत विक्षित हो गया था
जिस कारण मृतक की पहचान हेतु मिसिंग पर्सनल पोर्टल सीमावर्ती जिलो मे की गई थी,किंतु मृतक की पहचान उजागर नहीं हो सकी,मामले की गंभीरता को देखते हुए द्वारा एसआईटी टीम गठित की गई थी,18 जनव 25 को जानकारी मिली कि अज्ञात मृतक के शव के हुलिए की जैसी गुमशुदगी थाना मालनपुर जिला भिण्ड मे दर्ज हैपरिजनों से संपर्क कर मृतक के फोटो कपड़े व शव को परिजन महेन्द्र पिता मदन मोहन गहलोत निवासी आलमपुर के द्वारा पहचान कराई गई तो महेन्द्र गहलोत ने मृतक के शव व कपड़ो को अपने छोटे भाई धर्मेन्द्र गहलोत पिता मदनमोहन गहलोत निवासी आलमपुर जिला भिण्ड के रुप में पहचाना, परिजनों द्वारा बताया कि मृतक धर्मेन्द्र मालनपुर जिला भिण्ड में सूर्या की फेक्ट्री में काम करता था,4 दिसम्बर से उसका फोन बंद आ रहा था फिर कुछ दिनों बाद धर्मेन्द्र के फोन से पैसो की मांग के संबंध में फोन आता था बाद में फोन बंद कर लेता था कुछ-कुछ अंतराल में चालू हो जाता था।सायबर सेल दतिया व भिण्ड जिले के मालनपुर थाना प्रभारी और उनके स्टाफ द्वारा मृतक की पहचान औरआरोपियों की गिरफ्तारी में सहयोग किया गया।आरोपी मनोज सेन से पूछताछ की गई तो बताया कि धर्मेन्द्र गहलोत मेरे साथ सूर्या फेक्ट्री मालनपुर में काम करता था और हम दोनो का एक ही मकान में मालनपुर में रहते थे, धर्मेन्द्र गहलोत मेरी मां से अश्लील बातें करता था और मेरी पत्नि के लिये गलत इरादे से फोन लगाता था इस कारण मैं, धर्मेन्द्र से नफरत करता था इसी कारण मनोज सेन द्वारा मृतक धर्मेन्द्र गहलोत को पार्टी करने के बहाने से दतिया बुलाया और अपने दो साथी राहुल नामदेव पिता पंचम नामदेव निवासी इमलिया व सुखवीर सिंह सेंगर पिता मुकुट सिह निवासी ऊमरी जिला जालौन को पहले से ही दतिया बुलाकर, धर्मेन्द्र गहलोत के मर्डर करने की योजनाबनाकर अपने साथी राहुल नामदेव और सुखवीर को पहले ही चाकू और बेंत लेकर पहले ही घटना स्थल शिवकुमार चाचा का ढाबा अपने गाँव इमलिया भेज दिया,फिर धर्मेन्द्र गहलोत को दतिया में शराब पिलाकर अंधेरा होने पर शिवकुमार चाचा के ढाबे के नीचे बंद पड़े तलघर ग्राम इमलिया में ले गये और दुबारा दारू दी फिर आरोपी मनोज सेन ने धर्मेन्द्र के सिर में गेती का बेत मारा जिससे धर्मेन्द्र नीचे जमीन पर गिर पड़ा राहुल और सुखबीर ने एक-एक हाथ पकड़ लिया, राहुल ने अपनी जेब से चाकू निकाल कर मनोज को दिया जिससे,मनोज ने धर्मेन्द्र का गला काटकर धड़ से अलग कर दिया और पहचान छुपाने के लिये सिर को रोड़ की दूसरी तरफ झाड़ियों में छुपा दिया था और तीनो आरोपी धर्मेन्द्र को मार कर भाग गए,पुलिस ने आरोपी-1.मनोज सेन पुत्र लखन लाल सेन निवासी इमलिया2. राहुल पिता पंचम सिंह नांमदेव निवासी ग्राम इमलिया 3.सुखवीर पिता मुकुट सिंह सेंगर निवासी उमरी थाना रामपुरा जिला जालौन उ.प्र.आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।घटना में प्रयुक्त आलाजरर चाकू, बेत, और मृतक का मोबाईल जप्त कर लिये गये हैं। उक्त कार्रवाई में भूमिका एसडीओपी कर्णिक श्रीवास्तव अनुभाग भाण्डेर, उनि. सविता शर्मा थाना प्रभारी दुरसड़ा, उनि अमित ओसारे थाना कोतवाली, सायबर सेल से उनि सुधीर शर्मा, कार्यवाहक सउनि संजीव गौड़ प्र.आर. राजू गुर्जर, आर चंद्रप्रकाश,आर वासुदेव,आर गादीपाल, आर. राजेश, आर.सुभम यादव, आर.सोनपाल की सराहनीय भूमिका रही। मृतक की पहचान व आरोपियों की गिरफ्तारी में सराहनीय भूमिका थाना प्रभारी मालनपुर जिला भिण्ड और उनके स्टाफ का भी सहयोग रहा।