मोंठ। नगर पंचायत के सभी सामुदायिक शौचायलयों की स्थिति बदतर हो चुकी है। साफ सफाई और देखरेख के अभाव में शौचालय खंडहर बनते जा रहे हैं। कई शौचायलयों का बर्षों से उपयोग नहीं हुआ तो कई पूरी तरह चौक हो चुके हैं। किसी शौचालय में ताला डला तो कहीं दरवाजे और सीटें टूटी। लोगों ने बताया कि इन शौचालय में शाम होते ही शराबी मदिरा सेवन करने लगते हैं। मोंठ नगर में करीब एक दर्जन सार्वजनिक शौचालय, लाखों की लागत से निर्मित हुए थे। कुछ महीनों बाद उनकी स्थिति बदतर हो गई। वर्तमान में स्थिति यह है कि लोग या तो अपने निजी शौचायलयों का उपयोग करते हैं या फिर शौच के लिए बाहर जाते हैं। सफाईकर्मी महीनों तक इनकी सफाई नहीं करते, जिससे सीटें चौक हो चुकी है और शौचालय के आस-पास दुर्गंध का माहौल है। वार्ड क्रमांक 1 अशोक नगर मोहल्ला में 10 सीटर सार्वजनिक शौचालय बना हुआ है, जिसके दरवाजे टूटे हुए हैं। सीटें चौक हो चुकी हैं, पानी की सप्लाई बंद है और नल भी खराब है। यहां के लोग बाहर शौच के लिए मजबूर है। मोहल्ला अखाड़ा पर में नेहरू नगर रोड के पास भी 10 सीटर शौचालय बना हुआ है। लोग इसका उपयोग करते हैं लेकिन कई दिनों से इसमें सफाई नहीं हुई, जिससे सीटें चौक हो चुकी हैं और आसपास के लोग परेशान हो रहे हैं, पानी की सप्लाई भी बाधित है। नगर के वार्ड क्रमांक 9 मदारगंज का 10 सीटर शौचालय शोपीस बनकर रह गया। यह पूरी तरह जर्जर हो चुका है, आसपास कंटीले पेड़ उग गए हैं और सीटें चौक और टूटी हुई हैं। दरवाजे टूट चुके हैं और छत जर्जर हो चुकी है। लोगों ने बताया कि शाम होते ही यहां पर शराबी मदिरा सेवन करते हैं, यह शौचालय एक तरह से शराबियों का अड्डा बन चुका है। शाहपुर स्टैंड के नजदीक बना सार्वजनिक शौचालय करीब 6 माह से बंद पड़ा है। स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां बिजली आते ही मोटर चालू हो जाती है और हमेशा पानी बहता रहता है। दूरदराज गांव से आने वाले लोग भी परेशान हैं। कुम्हरार रोड नजदीक बने सार्वजनिक शौचालय के चारों ओर कचरे के ढेर लगा चुके हैं, जिससे शौचालय में आना-जाना दूबर हो गया है। ऊपर पेड़ों की टहनियों टूटकर उसकी छत पर गिर गई है। पानी की टंकी टूट चुकी है और वाटर सप्लाई बंद है, नल और शौचालय की सीटें चौक हो चुके है। अखाड़ापुरा मोहल्ले का 4 सीटर शौचालय पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, सभी लोहे के दरवाजे टूटे हुए हैं और अंदर गंदगी भरी पड़ी है। तहसील पुरा मोहल्ले का 10 सीटर शौचालय प्रयोग करने लायक है लेकिन वहां साफ सफाई नहीं है और गंदगी से दुर्गंध फैल रही है।
इन्होंने कहा >>
दिलीप राजपूत ने बताया कि शाहपुर स्टैंड के नजदीक उनकी एक दुकान है, जिसके बगल में बना सार्वजनिक शौचालय कई महीनो से बंद पड़ा है। जिसकी कई बार शिकायत करने के बाद भी नगर पंचायत कर्मचारी इस ओर ध्यान भी नहीं दे रहे। लापरवाही का आलम यह है कि पानी की मोटर हमेशा चलती रहती है और शौचालय के आसपास जल भराव होता है, जिससे उनकी दुकान में सीलन बैठ चुकी है। उन्होंने जल्द से जल्द शौचालय ठीक कराए जाने की मांग की है। मदारगंज निवासी राजेश कुरेशी बताते हैं कि करीब 4 बर्षों से मोहल्ले का सार्वजनिक शौचालय बंद पड़ा है। गेट टूटे हुए हैं, सीटें चौक हैं तथा इसके बगल में बना वाटर पंप भी खराब है। बोले- शाम होते ही शौचालय में शराबी एकत्रित होते हैं और यहां मदिरा सेवन करते हैं। बोले- कई बार शिकायत के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। खराब शौचालय होने से मोहल्ला वासियों खा़सकर महिलाओं को शौच के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है, वह बाहर जाने के लिए मजबूर हैं। अधिशासी अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि उन्होंने कुछ ही दिनों पहले चार्ज संभाला है। वह नगर की स्थिति में सुधार लाने के लिए यथासंभव प्रयास कर रहे हैं। शौचालय की बदतर स्थिति पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। कुछ ही दिनों में शौचायलयों का सुधार कार्य चालू होगा, करीब 15 दिनों में उनकी स्थिति में बदलाव देखने को मिलेगा।