रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय(झाँसी)। तहसील गरौठा के सिर्वो गांव में एक स्टोन क्रेशर संचालित है लेकिन संचालक निर्धारित मानकों का पालन नहीं कर रहे जिससे स्थानीय ग्रामीण प्रभावित हैं। संचालित हो रहे स्टोन क्रेशर से उड़ने वाली धूल से लगातार प्रदूषण फ़ैल रहा है उड़ने वाली स्टोन क्रेशर की धूल से लोगों का जीना दूभर हो गया है।रात को विस्फोट की आवाज से ग्रामीण सो नहीं पा रहे हैं।जहां कभी भी जन हानि होने की संभावनाएं बनी रहती है। क्रेशर से उड़ने वाली डस्ट से लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। फसलें भी खराब हो रही है। मौजा सिर्वो में स्थित भूमि नंबर 320 के पास लगे गिट्टी के क्रेशर से हो रहे नुकसान के प्रार्थी शैलेन्द्र कुमार शर्मा पुत्र अशोक कुमार शर्मा निवासी ग्राम सिर्वो प्रार्थी का भूमि नंबर 320 मौजा सिर्वो में स्थित है प्रार्थी के उपरोक्त भूमि नंबर 320 के पास गिट्टी का क्रेशर लगा हुआ है। जो कि रिषभ ग्रेट इन्डस्ट्रीज के नाम से लगा है उपरोक्त केशर से गिट्टी बनाते समय भारी मात्रा में धूल व गिट्टी के कण प्रार्थी के खेत में आते हैं। जिस वजह से प्रार्थी द्वारा बोई गई फसलों को भारी नुकसान हो रहा है, तथा खेत बंजर व खराब हो रहा है। उपरोक्त खेत की उपज से ही प्रार्थी व उसके परिवार का भरण-पोषण होता है फसलों को हो रहे नुकसान के सम्बन्ध में प्रार्थी ने क्रेशर वालों को अवगत कराया तो क्रेशर वाले ने प्रार्थी को जान से मारने की धमकी व गाली-गलौच देकर वहाँ से भगा दिया। इस संबंध में जिलाधिकारी झांसी को दिनांक 5 दिसंबर 2024 को लिखित शिकायती पत्र देते हुए बताया कि भविष्य में प्रार्थी के साथ कोई भी घटना घटित होती है तो इसका सारा श्रेय रिषभ गेट इंडस्ट्रीज के मालिकों को जाता है क्योंकि प्रार्थी को इनसे खतरा है। प्रार्थी ने आरोप लगाया है कि शिकायत करने के बाद गुरसरांय थाने से जाँच करने के लिए पुलिस वाले आये थे तो उन्होंने न ही सही तरीके से कोई जाँच की बल्कि गलत रिपोर्ट प्रेषित की जो उन्होंने गवाह दिये हैं उनका भी कहना है कि इस सम्बन्ध में मुझे कोई जानकारी भी नहीं हैं। ज्ञापन में बताया कि क्रेशर प्लांट की गहरी खुदाई होने से जलस्तर खत्म हो चुका है जमीन बंजर होती जा रही है।यहां तक की स्टोन क्रेशर से उड़ने वाली धूल आस-पास के पेड़-पौधों पर भी जमी हुई देखी जा सकती है धूल कण से पूरा क्षेत्र प्रदूषित हो गया है। क्रशर मालिक की ओर से सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं किया जाता है। दिनभर गाड़ियों का आवागमन होने से इस क्षेत्र में रहना मुश्किल हो गया है। स्थानीय प्रशासन को बार-बार कहने के बावजूद भी किसी प्रकार की कोई पहल नहीं होती है। क्रेशर के वाहनों के गुजरते समय उड़ती धूल जहां राहगीरों व आसपास के ग्रामीणों को रोगी बना रही है। धूल से सड़क के किनारे खेतों व पेड़ पौधों का बुरा हाल है। उनकी ग्रोथ पर विराम लग गया है। इससे किसानों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।लेकिन संबंधित विभागीय अधिकारी यहां पर्यावरण मानकों का पालन नहीं करा रहे हैं।