दतिया । धमातलपुरा स्थित आरव कोचिंग क्लासेस पर स्व. रामप्रताप श्रीवास्तव साहित्य संस्कृति सेवा समिति के तत्वधान में कैरियर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें भोपाल से आईं आयुर्वेदिक डॉक्टर साक्षी श्रीवास्तव मुख्य वक्ता की भूमिका में रहीं। डॉ. साक्षी श्रीवास्तव ने छात्रों को बताया कि भारत में ही नहीं विश्व में आयुर्वेदिक चिकित्सा की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। अंग्रेजी दवाइयों के दुष्प्रभाव के कारण लोगों का झुकाव आयुर्वेद की तरफ बढ़ा है। नीट के एग्जाम द्वारा आयुर्वेदिक कॉलेज में दाखिला लिया जा सकता है। मध्यप्रदेश के कुल सात आयुर्वेदिक महाविद्यालय हैं। आगे कहा कि आयुर्वेद के अतिरिक्त बायोलॉजी वाले अन्य प्रकार के कार्यों को भी अपना सकते हैं। साइंस के छात्रों के लिए आर्किटेक, बी फार्मा, जैसे अन्य क्षेत्र भी खुले हैं। कोचिंग संचालक अक्षेश श्रीवास्तव ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय समय में यह निश्चित कर लेना चाहिए कि आपको कौनसा कार्य क्षेत्र चुनना है नहीं तो भटकाव के कारण भविष्य को नुकसान पहुंचता है। समय पर सही निर्णय न लेना भविष्य में परेशानी का कारण बनता है। शिक्षक गौरव धनवानी ने कहा कि छात्रों के भविष्य के लिए इस प्रकार के सेमिनारों का आयोजन करना अति आवश्यक है जिससे छात्रों को परंपरागत कोर्स के अलावा भी अन्य कोर्स की जानकारी मिले जिससे वे अपने जीवन में सफलता प्राप्त करें। इसके बाद उन्होंने इस प्रकार के सेमिनारों के लिए समिति को धन्यवाद और शुभकामनाएं दीे। इसके पश्चात संस्था के शिक्षकों द्वारा डॉ साक्षी श्रीवास्तव को स्मृति पत्र देकर धन्यवाद ज्ञापित किया। अंत में सेमिनार के समापन की घोषणा शिक्षक आकाश यादव द्वारा सभी का आभार व्यक्त करके की गई।
इस अवसर पर मुख्य रूप से शिक्षकगण गौरव धनवानी, शिफा खान, फरीन खान , अंकिता श्रीवास्तव, हर्षिता शाक्य आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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