गुरसरांय(झाँसी)। बेखोफ सरकारी गैर सरकारी मूगफली खरीद केन्द्र संचालकों की मनमानी,तानाशाही और सरकारी धन को मूगफली खरीद के नाम पर हड़पने का कारोबार सरकार व गरीब किसानों पर भारी पड़ रहा है जिससे बास्तविक किसान की मूगफली उपज सरकारी खरीद केंद्रों पर नही हो पा रही है जबकि खरीद केन्द्र संचालकों और अवैध कारोबारियों की चारों तरफ बल्ले-बल्ले है सम्बंधित विभाग के नीचे से लेकर आला अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को सारी जानकारियां होने के बाद भी कार्यवाही न करना कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान उठ रहे है मामला 17 दिसम्बर 24 मंगलवार को मूगफली खरीद केन्द्र गुरसरांय मण्डी क्षेत्र अन्तर्गत टहरौली तहसील के भसनेह ग्राम मण्डी स्थल का है जहां किसानों के साथ अमंगल होते देखा गया यहां तीन मूगफली खरीद केन्द्र है जिसमें पीसी यू का केन्द्र खुला देखा गया जहां मोके पर खरीद केन्द्र प्रभारी जितेन्द्र कुमार मोके से गायब मिले और मोके पर बताया गया दूसरे क्षेत्र की मूगफली यहां पर तुल रही है लेकिन मोके पर कोई भी किसान से लेकर विभागीय अधिकृत कर्मचारी नही मिला जबकि दूसरा खरीद केन्द्र जूट संघ (जैफेड) लखनऊ द्वारा संचालित के संचालक सुनील कुमार भी मौके पर नही मिले और तीसरा केन्द्र विपिन कुमार का बन्द मिला इस दौरान किसान सोनू ग्राम सिर्वो का ट्रैक्टर मूगफली से लदा बिकने आया जिसको न कूपन दिया गया न खरीदा गया और ट्रैक्टर को वहां से लदा हुआ वापिस कर दिया गया। ग्राम भसनेह निवासी केशव दास ने यहां पर बताया कि यहां अधिकांश अवैध कारोबारियों का माल ही बिकता है और जो व्यक्ति एक हजार रूपय कुन्तल से अधिक कमीशन सुविधा शुल्क देगा उसका ही माल खरीदा जाता है। इस प्रकार लगातार गरौठा,टहरौली तहसील क्षेत्र में किसानों और सरकार के साथ धोखाधड़ी बड़े पैमाने पर सरकारी खरीद केन्द्र संचालक करने में जुटे है और विभागीय अधिकारियों से लेकर प्रशासन द्वारा कार्यवाही न करना लग रहा है सरकारी मूगफली केन्द्र संचालक सरकार पर कही न कही भारी है।
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