बुंदेलखंड बुलेटिन न्यूज़
- निलंबित शिक्षक की बहाली के लिए मांगे थे 30 हजार रुपए की रिश्वत
दतिया । दतिया में निर्वाचन विभाग के एक बाबू को ग्वालियर की ईओडब्ल्यू टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। निर्वाचन पर्यवेक्षक आलोक खरे एक सस्पेंडेड शिक्षक की बहाली के लिए 30 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे।जानकारी के अनुसार माध्यमिक स्कूल शिक्षक राकेश शिवहरे कुछ दिनों से निलंबित थे। उनकी बहाली फाइल तैयार करने के लिए बाबू ने रिश्वत की मांग की थी। शिक्षक ने पहले ही 5 हजार रुपए एडवांस के रूप में दे दिए थे और आज बचे हुए 25 हजार रुपए का लेन-देन होना था।ग्वालियर ईओडब्ल्यू डीएसपी दामोदर गुप्ता ने बताया कि शिक्षक की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए टीम ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट में बाबू को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा।रिश्वतखोरी का यह मामला विभागीय भ्रष्टाचार की गंभीरता को उजागर करता है। EOW ने बताया कि मामले की गहन जांच जारी है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।इस घटना के बाद निर्वाचन विभाग में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।