मुझे अपनों ने ही मारा गैरों में क्या दम था….?
गुरसरांय (झाँसी)। मुझे अपनों ने ही लूटा गैरों में क्या दम था,मेरी किश्ती वहीं डूबी जहां पानी कम था।यह लाईनें झाँसी जिले की तहसील स्तरीय सहकारिता विभाग की प्रमुख संस्था सहकारी क्रय विक्रय समिति लिमिटेड गुरसरांय की है जहाँ एडीसीओं सहकारिता गरौठा और जिला सहकारिता विभाग के प्रमुख अधिकारी करोड़ों रुपए की बेशकीमती कीमती गुरसरांय सहकारी क्रय विक्रय समिति परिसर को जानबूझकर भूमाफियाओं से कब्जा कराए हुए है जबकि बाउंड्रीवॉल निर्माण के लिए विधायक निधि से धन भी आवंटन हो चुका है और लगभग भुगतान भी पूरा हो गया है।ऐसी चर्चा है लेकिन बाउंड्रीवॉल धीरे-धीरे पूरे साल होने वाला है,काम अधूरा पड़ा हुआ है।जिसके चलते इस सरकारी भूमि पर अवैध कब्जाधारी कब्जा किये हुए है।जिससे पूरे ग्राउंड में अराजकता का माहौल बना है,और भारी गंदगी व्याप्त है।तो दूसरी ओर दक्षिण दिशा में कई भूमाफियाओं ने षड्यंत्र रचकर सहकारिता की इस भूमि पर अपनी दुकाने बना रखी है और बार-बार तहसीलदार गरौठा से लेकर राजस्व विभाग की टीम ने सहकारिता विभाग के अधिकारियों की मांग पर उक्त जमीन की नाप-जोख कर चिन्हित कर दी है।और संस्था की ही दक्षिण दिशा एरच रोड पर जो दुकानें बनी हुई है वह भी जमीन इसी सहकारी संस्था की है।लेकिन सहकारिता विभाग की अपने ही अधिकारी अपनी ही जमीन को अतिक्रमणकारियों के हवाले करके लग रहा है,कही न कही प्रभावी कार्रवाई न करके अपनी संस्था को लूटने व लूटाने का काम कर रहे हैं।जबकि वर्तमान में सहकारिता विभाग का केंद्र सरकार में कामकाज केंद्रीय गृहमंत्री देख रहे हैं,तो उत्तर प्रदेश में भूमाफिया पर योगी का बुलडोजर हमेशा पंजा उठाएं रहता है,लेकिन झाँसी जिले की गरौठा तहसील की गुरसरांय सहकारी क्रय-विक्रय समिति लिमिटेड पर अपने ही कही न कही जुर्म ढा रहे है।यहां कह सकते हैं,मुझे अपनों ने ही मारा गैरों में क्या दम था।क्या इसको लेकर जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश शासन संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगा।यह चर्चाएं तेज हो रही है,कि इस संस्था को विभाग के ही लोग बर्बाद करने पर आमादा है।क्षेत्र के जागरूक नागरिकों ने इस संबंध में जल्द बड़ी कार्रवाई की मांग की है।