रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय(झाँसी)। कही न कही खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों और मिलावटखोरों की मिलीभगत के चलते आम जनता को ऊँची दरों पर मिलावटी खाद्यान्न आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खाद्य एवं औषधि विभाग मिलावटखोरों द्वारा जबरदस्त खिलवाड़ किया जा रहा है।मामला 20 दिसंबर शुक्रवार झांसी जिले के गुरसरांय का है,यहां पर फ्रूड इंस्पेक्टर जो इसी क्षेत्र में तैनात हैं,झांसी से आए और देशी घी से लेकर कई मिलावटी खाद्यान्नों के सैंपल नहीं लिए गए और टाउन क्षेत्र के बाहर खेर इंटर कॉलेज के पास मिलावटखोरों को बुलाकर चर्चा है,कि सुविधा शुल्क लेकर रफूचक्कर हो गए जब मीडिया के लोगों को इस संबंध में जानकारी हुई तो उन्होंने फ्रूड इंस्पेक्टर गुरसरांय क्षेत्र से फोन पर जानकारी चाही कि आज कितने सैंपल लिए गए हैं,तो उन्होंने फोन पर साफ इंकार कर दिया कि इसकी जानकारी मुख्यालय से मिल पावेगी।जब मीडिया के लोगों ने जिले के प्रमुख अधिकारी से फोन पर जानकारी चाहिए कि आज गुरसरांय में फ्रूड विभाग की टीम ने किस-किस चीज के कितने सैंपल लिए गए तो वह भी पहले बोले मुझे जानकारी नहीं है फिर बाद में बताया थोड़ी देर बाद जानकारी करके बता पाऊंगा इस पर कुछ देर बाद मुख्यालय से फोन आया की एक सैंपल दूध का सिद्धार्थ नाम से दुकानदार का लिया गया है,तब उनसे की क्या कोई और कार्यवाही हुई की उत्तर में उन्होंने कहा कि तीन लोगों को नोटिस देकर हिदायत दी गई है। यह तीन लोग कौन हैं,यह पूछने पर वह भी नहीं बता पाए कि आखिर वह तीन लोग कौन हैं,और कह दिया गया की फूड इंस्पेक्टर की ड्यूटी आज और कहीं लगी हुई है।इससे स्पष्ट होता है,की जब दूसरी जगह ड्यूटी लगी थी फिर गुरसरांय सैंपल के लिए कैसे आए और फिर सभी सैंपल क्यों नहीं लिए।जिसके चलते फ्रूड विभाग के अधिकारी भी यह नहीं बता पाए कि किन-किन दुकानदारों को नोटिस दिए गए हैं,इससे लगता है,खाद्य एवं औषधि विभाग जानबूझकर मिलावटखोरों से मिलकर आम जनता के साथ जबरदस्त खिलवाड़ कर रहा है,जिसे जहां जनता की सेहत बिगड़ रही है,तो दूसरी ओर सरकार की छवि धूमिल हो रही है।इस संबंध में क्षेत्र के लोगों ने शासन से कार्यवाही की मांग की है।अब देखना है कि जिला प्रशासन से लेकर शासन से इस संबंध में क्या कार्यवाही होती है।