
बुंदेलखंड बुलेटिन न्यूज़
दतिया।मकर संक्रांति पर मंगलवार को शहर व अंचल में धूमधाम के साथ मनाई गई। शिव मंदिरों में लोगों की भीड़ सुबह से लेकर देर शाम तक लगी रही। वहीं इस दौरान नदियों लोगों ने पहुंचकर स्नान कि या और सूर्य को पर्व दिया। इसके अलावा ग्रामीण अंचल में स्थित मंदिरों पर मेला लगा।वहीं सुरक्षा की दृष्टि से मेला व नदियों के आस- पास पुलिस के जवानों की विशेष नजर रहीं,ताकि कि सी प्रकार का कोई हादसा न हो।उधर लोगों ने भी मकर संक्रांति के दिन सुबह स्नान कर मंदिरों में पहुंचे और भगवान शिव के दर्शन किए,साथ ही एक-दूसरे को मंकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी।दतिया जिले में भगवान भास्कर की नगरी उनाव बालाजी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने पहुज नदी के तट पर आस्था की डुबकी लगाई। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर उनाव बालाजी धाम में मकर संक्रांति पर्व पर स्नान करने का विशेष महत्व है।
यहां दूर दराज से लोग मकर संक्रांति के दिन स्नान करने आते हैं। उनाव कस्बे में बने अति प्राचीन भगवान भास्कर के मंदिर में स्नान और पूजा अर्चना के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस प्राचीन मंदिर की खास बात ये है कि उनाव कस्बे से निकली पहुज नदी भगवान भास्कर के चरण पखारते हुए निकलती है और नदी में स्नान एवं सूर्य भगवान पर नदी का जल अर्पित करने से कुष्ठ रोगियों की समस्याओं का निवारण होता है।पूरे देश में उनाव बालाजी धाम के नाम से प्रसिद्ध है। मान्यताओं के अनुसार आज के ही दिन ग्रहों के स्वामी सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। जिससे मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है और उनाव बालाजी में आज के दिन स्नान करने का बड़ा महत्व है।मन्दिर के पुजारी ने बताया कि सुबह से दोपहर तक करीब 25 हज़ार से अधिक अधिक श्रदालुओ ने नदी में डुपकि लगाकर भगवान भास्कर के दर्शन किए है।वही दतिया जिले के सेंवढ़ा स्थित सनकु आं धाम पर मंगलवार की सुबह हजारों की संख्या में लोग पहुंचे और स्नान कर सूर्य को पर्व दिया। इसके साथ ही यहां पर मेला का भी आयोजन कि या गया। इसमें महिलाएं, पुरुष व बच्चे बड़ी संख्या में पहुंचे और भगवान शंकर के दर्शन कर एक-दूसरे को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी। वहीं यहां से निकली सिंध नदी में लोगों ने डुबकी लगाकर भगवान से घर में सुखों की कामना की। उधर स्नान पर्व के दौरान कोई हादसा न हो। इसके चलते पुलिस जवानों की ड्यूटी लगी रही।