रिपोर्ट-कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय(झाँसी)। अवैध क्रेशर संचालक माफिया द्वारा गरीब किसानों की भूमि को नियम विरुद्ध ब्लास्टिंग करके कृषि भूमि को बंजर बनाये जाने से किसान भुखमरी की कगार पर जा पहुँचा है और जब किसान ने जिला प्रशासन से लेकर आला अधिकारियों को उक्त शिकायत की तो उक्त क्रेशर संचालक के गुर्गो ने पीड़ित किसान को राजीनामा करने के लिए दबाव बनाया किसान के न मानने पर उसे जान से मारने की और फर्जी केस में फसाने की धमकियाँ दी गयी जिसको लेकर पीड़ित किसान ने थाना गुरसरांय लिखित प्रार्थना पत्र दिया। इसके बावजूद प्रभावशाली क्रेशर संचालक और पुलिस की मिलीभगत के चलते फरियादी किसान की रिपोर्ट नहीं लिखी गई,बल्कि जबर मारे रोन न देबे कहावत को चरितार्थ करते हुए फरियादी किसान को उल्टी धमकियाँ दी गयी।यह पूरा मामला झाँसी जिले की तहसील गरौठा के सिर्वो गांव में रिषभ ग्रेट इन्डस्ट्रीज के नाम से संचालित करने वाले संचालक और उनके पालतू गुर्गो द्वारा ग्राम सिर्वो मे किसान शेलेंद्र कुमार शर्मा पुत्र अशोक कुमार शर्मा के मौजा सिर्वो में स्थित भूमि नंबर 320 पर अवैध रूप से ब्लास्टिंग कर उसकी भूमि बंजर बनाई जा रही है,जिससे पीड़ित किसान और उसके परिवारजनों के सामने जीविका उपाजन का संकट मंडराने लगा है।इस संबंध में पीड़ित की शिकायत पर जिलाधिकारी झांसी द्वारा क्षेत्रीय कार्यालय उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड झांसी द्वारा जब जाँच कराई गई तो पीड़ित किसान की शिकायत सही पाए जाने पर उक्त क्रेशर संचालक को इस संबंध में नोटिस जारी किया गया है।इससे बौखलाकर क्रेशर संचालक के गुर्गो द्वारा पीड़ित किसान को जान से मारने की धमकी दी गई।पीड़ित ने इस संबंध में थाना गुरसरांय में 27 दिसंबर 2024 को प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कार्यवाही व सुरक्षा की गुहार लगाई।एक हफ्ता गुजर जाने के बाद भी पीड़ित किसान की रिपोर्ट दर्ज नही की गयी बल्कि उल्टा गुरसराय पुलिस प्रशासन द्वारा उसे राजीनामा के लिए दबाव बनाया जा रहा है,नहीं तो गंभीर मामलों में मुकदमा दर्ज कर जिंदगी बर्बाद करने की धमकी दी गई है।पीड़ित ने इस संबंध में आप-बीती पूरी घटना डीआईजी झांसी व जिले के पुलिस कप्तान को 4 जनवरी 2025 को दूरभाष पर बताई जिस पर उसे डीआईजी और पुलिस कप्तान द्वारा कार्यवाही व न्याय का भरोसा दिलाया गया है।बताते चले इन दिनों क्रेशर संचालकों की मनमानी के चलते उन्हें आवंटित लीज से ठीक दुगनी से भी अधिक जगह पर ब्लास्टिंग की जा रही है।इससे जहाँ पर्यावरण का संकट मंडराने लगा है,तो दूसरी ओर क्षेत्र के किसानों की भूमि अनुपयोगी होती जा रही हैं।खनिज विभाग से लेकर अन्य अधिकारियों को सारी जानकारियां होने के बाद भी कार्यवाही न करना लग रहा है।झाँसी जिले के गरौठा तहसील में आम जनता और सरकार विरोधी काम करने वाले लोग जनता व सरकार पर भारी है।अब देखना है,कि इस संबंध में पीड़ित को क्या न्याय मिलेगा।