टीकमगढ़/जतारा –आज जतारा जनपद सीईओ सचिन गुप्ता ने पुत्र रत्न प्राप्ति की खुशी में जतारा अस्पताल पहुंचकर एनआरसी में भर्ती बच्चों को व मरीजों को फल वितरित किए इसके बाद गरीब आदिवासी बस्ती में जाकर बच्चों वृद्धों महिलाओं को फल वितरित किए इस मौके पर प्रशांत खरे एडवोकेट बीएमओ प्रशांत जैन, देवेंद्र शर्मा( बच्चू) लैब टेक्नीशियन,उपयंत्री रमाकांत गुप्ता सहित अन्य समाजसेवी उपस्थित रहे। सचिन गुप्ता ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है । हम सभी लोगों को अपने समर्थानुसार यथासंभव समय और धन समाज के जरूरतमंद लोगों के लिए निकालना चाहिए | उनलोगो की खुशियों और दुखों में शामिल होना चाहिए। प्रशांत खरे ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान इतना मशगूल है कि, उसे पैसे कमाने के अलावा कोई और काम समझ नहीं आता है। यहाँ तक कि,खाने-पीने से लेकर, अपने बच्चों,अपने परिवार में भी इसीलिए उलझा हुआ है। आज समाज अमीर और गरीब दो भाग में बंट गया है, आज अमीर गरीब की तरफ देखता ही नहीं,अधिक धन वाले गरीबों पर हँसते हैं उनका मज़ाक उड़ाते हैं,उन्हें दुत्कार देते हैं आज लोग दिखावे में हजारों लुटा देते है ,लेकिन एक बेसहारों की मदद से इतराते है । जो इंसान को नही पहचान पाते,वो तो भगवान को क्या ख़ाक पहचानेंगे। कभी सोचा है कि,भगवान भी तभी खुश होते हैं, जब लोग मिल-जुल कर रहते हैं। कोई भी इंसान खुद को कमजोर और असहाय नहीं समझता है,और ऐसा तब ही होता है जब इंसान के मन अहंकार, द्वेष,ईर्ष्या जैसे दुर्गुण नहीं होते हैं। याद रखिए -‘मानवता की सेवा से परमात्मा प्रभावित होते हैं’। जब विभिन्न धर्म, संप्रदाय,जाति के लोग एकसाथ होते हैं तो बड़ा अच्छा लगता है,ठीक ऐसे ही जैसे-झील,पक्षी,पेड़,पहाड़,सूरज सबको एकसाथ देख मन प्रफुल्लित हो जाता है। जब सब लोग मिलकर समाज व देशहित के लिए काम करते हैं तो अवश्य ही वो काम सफल हो जाता है। जैसे-एक चींटी पहाड़ खड़ा कर देती है,ठीक इसी भावना के साथ अगर किसी बड़ी बुराई के खिलाफ काम किया जाता है,तो जीत जरूर ही मिल जाती है। हमारे देश के महापुरुषों ने भी इस बात पर बल दिय है। पुराणों मे भी इसी बात पर ज़ोर दिया गया है कि,बेसहारों की सहायता ही ईश्वर की सच्ची पूजा है,और मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। यानि ‘नर सेवा ही नारायण सेवा’ है।