खुरई/सागर।रिपोर्टर- करतार सिंह यादव
सागर सम्भाग अन्तर्गत खुरई शहर, खुरई ग्रामीण, खिमलासा, मालथौन और बांदरी वितरण केंद्र आते है। इनमे कुल 76865 उपभोग्ता है जिनमे 55830 घरेलू , 15197 कृषि पम्प 3309 गैर घरेलू और 619 पॉवर कनेक्शनधारी है इनके द्वारा प्रतिमाह 2 करोड 56 लाख यूनिट बिजली खपत की जाती है जो नगद रुपये 4करोड 10 लाख रुपये प्रतिमाह होता है।अब तक अप्रैल 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक कुल बकाया राशि 9 करोड 66 लाख रुपये है और मार्च की नगद माग 4 करोड 10 लाख है इस तरह कुल 13 करोड 76 लाख बकाया राशि है।और मार्च मे वसूली का खुरई सम्भाग को 6 करोड 4 लाख का लक्ष्य कंपनी द्वारा दिया गया है अब तक आधा माह गुजर जाने के बाद भी मात्र 87 लाख की वसूली हुई है।
संभागीय अधिकारी मोहन सुल्या ने बताया कि अब तक राजस्व वसूली हेतू हर संभव कोशिश की जा रही है समाचार पत्रो ,टी वी चैनेल, वाट्स एप ग्रुप,नोटिस, ग्राम पंचायतो के सरपंच/ सचिव, जन प्रतिनिधियो को ग्राम की बिजली बिल बकाया सूचिया दी गयी है और साथ ही साथ रबी सीजन एवं अब तक दी गयी बिजली से भी जन प्रतिनिधियो और उपभोक्ताओ को अवगत कराया गया है। लेकिन इसके बावजूद अभी तक राजस्व वसूली मे खुरई सम्भाग पुरे सागर जिले मे सबसे नीचे है। इसलिये अब विभाग द्वारा सक्ती से वसूली का कार्य किया जायेगा कंपनी द्वारा सम्भाग को उपभोक्ताओ को दी जा चुकी बिजली उसके बिल वसूलने का जो लक्ष्य खुरई सम्भाग को दिया गया है उसे हर हाल मे पुरा करेंगे।
कार्यपालन अभियन्ता ने ये भी बताया की राजस्व वसूली मे लापरवाह अधिकारियो, कर्मचारियो, आउटसोर्सिंग कर्मचारी, मीटर रीडर्स पर सक्ती से कारवाही होगी,और बडे बकायदार के नाम सार्वजनिक कर कुर्की, गाव की बिजली बन्द , ट्रांसफार्मर निकालने जैसे कारवाही आज दिनांक से ही की जायेगी।अब तक 509 उपभोग्ताऔ को कुर्की नोटिस जी गयी जाय जिसमे 340 के बैंक खाते,105 की मोटर साइकिल कुर्की की जा चुकी है 19506 को नोटिस जारी किये गये है अंतिम दिन बाद सक्ती से कारवाही होगी।
संभागीय अधिकारी ने सभी किसानो का अभार भी मना है क्यूंकि 85% कृषि उपभोक्ता द्वारा अपने पम्प के बिल जमा कर दिये गये है। और 4521 किसानो ने रबी सीजन मे विधिवत अस्थाई कनेक्शन लेकर बिजली का उपयोग किया है।और सभी किसानो को नियमानुसार बिजली भी दी गयी। खुरई सम्भाग मे सबसे अधिक घरेलू बिल बकाया है जो 7 करोड के लगभग है जबकी घरेलू बिल शासन के द्वारा 31 अगस्त 2020 तक के 16 करोड 71 लाख माफ़ किये जा चुके थे फिर घरेलू उपभोगताओ द्वारा 2020 से 33 हजार उपभोकता बिल ही नहीं जमा किये।जिनपे 7 करोड बकाया है इन बकायदारो पर अब सक्ती से कारवाही होगी।