गुरसरांय (झांसी)। आखिर कार नगर पालिका परिषद गुरसरांय के अधिशाषी अधिकारी की तानाशाही और सरकार व जनता विरोधी कार्यशैली के चलते 5 मार्च रविवार को गुरसरांय नगर पालिका द्वारा जो घरों से कचरा निकलता है बो मुहल्ला मातवाना में स्टेट हाईवे 42 के पास खुले में डाला जा रहा हे जबकि नगरपालिका द्वारा गरौठा रोड पर कचरा डालने के लिए डंपिंग ग्राऊंड बनाया गया हे। लेकिन नगरपालिका फिर भी कचरे को खुले मे खेतों के बगल में डाला जारहा हे। जिससे आज कचरे में आग लग गई देखते देखते आग विकराल रूप लेने लगी तो वही पास में लगे खेतों से किसान आग बुझाने के लिए भागे बड़ी मसक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। यदि कुछ देर ओर आग ना बुझाई जाती तो पास जितने भी खेत सबकी फसलें जलकर राख हो जातीं जिससे किसानों का लाखों का नुकसान हो सकता था। वहीं किसानों ने आरोप लगाया हे कि पिछले साल भी नगरपालिका गुरसरांय की लापरवाही से आग लग गई थी जिससे गौशाला में रह रहीं कुछ गायें जलकर मर गई थीं लेकिन प्रशासन ने ऐसे लापरवाह अधिसाशी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी। और इसबार फिर अधिसाशी अधिकारी की लापरवाही से आग लगी हे किसानों ने ऐसे लापरवाह अधिसाशी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की हैं। इस सम्बंध में नगर के लोगों ने मौके पर पहुंचे मीडिया के लोगों को रूबरू होते हुए बताया।
मौके पर लोगों ने जानकारी देते हुए बताया…….
वरिष्ठ भाजपा नेता और शासन द्वारा नामित पार्षद गौरी शंकर सोनी ने कहा कि नगर पालिका परिषद गुरसरांय द्वारा यहां पर कचड़ा जानबूझ कर डाला जा रहा हैं। जिसके चलते पिछले वर्ष भी यहां आग लगने से और गौ शाला में आग के प्रभाव से गोवंशो को छती हुई है और इसकी सूचना अधिशाषी अधिकारी को देने के बाद भी वह फोन नही उठाते है। जिससे इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति हो रही हैं।
किसान नेता गोविंद सिंह परिहार ने कहा कि पिछले बार नगर पालिका द्वारा गौशाला के पास जबर्जरत कचड़ा का यहां ढेर लगाती हैं पिछले साल जहां एक गौवंश की मौत हो गई थी वहीं कचड़ा में बरसादी आदि कचड़ा डला होने से गौवंश इसको खाते हैं। जिससे गौवंशो की मौत तक हो जाती हैं। और में चाहता हूं अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका के विरुद्ध कार्रवाई कर यहां पर सफाई व चौकस व्यवस्था की जाएं और नगर पालिका अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
ई०ओ० और बड़े बाबू ने सरकार और जनता के विरुद्ध चलाया महा अभियान……?
गुरसरांय नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और वरिष्ठ लिपिक की जोड़ी ने उत्तर प्रदेश शासन के नियम विरुद्ध गुरसरांय नगर पालिका क्षेत्र में महा अभियान चला रखा है जिसके चलते धनाई तालाब, नारायणपुरा मरघट की भूमि पर और कस्बे की सरकारी सार्वजनिक भूमि पर पूरी तरह अतिक्रमणकार्यों को खुली छूट दे रखी है जिसके चलते उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की नगर पालिका गुरसरांय ऐसी नगर पालिका है जहां शासन और न्यायालय के आदेश के बाद भी अतिक्रमण हटाने के नाम पर सिर्फ और सिर्फ लीपापोती कर अतिक्रमणकार्यों से भारी सुविधा शुल्क लेकर उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है और कागजी कॉलम की पूर्ति हो रही है वही पिछले दिनों गरीब मजदूर फेरी वालों के ऊपर नियम विरुद्ध बाजार शुल्क (शहरी) फेरीनीति अंतर्गत वसूलना चालू कर दिया है जिससे गरीब तपके के लोगों के ऊपर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है और उन्हें नगर पालिका द्वारा सुविधा के नाम पर कोई जगह नहीं दी गई है जिससे जब वह बाजार में या किसी दुकानदार के सामने से अपना छोटा कारोबार करने को निकलते हैं दुकानदारों की डांट झपट सहना पड़ती है और फेरी नीति की वसूली के पहले कोई भी गजट प्रकाशन नहीं कराया वहीं दूसरी ओर चाहे गौशाला का मामला हो यहां पर कितना स्टाफ देखभाल गोवंशों की करता है और गोवंशों के रहने की जगह से लेकर उनको खाने की व्यवस्था आदि सफाई व्यवस्था पूरी तरह चौपट है पिछले माहों में आए एडीएम नमामि गंगे ने खुद वहां भारी अवस्थाएं देखी थी और मुख्य सड़कों के पास नगर पालिका द्वारा कचरा घर स्थापित कर गंदगी का साम्राज्य स्थापित कर रखा है यह भी एडीएम नमामि गंगे ने स्वयं देखा था और अधिशासी अधिकारी को तुरंत कचरा घर हटाने की हिदायत दी थी लेकिन गंदगी पूरे गुरसरांय में अपना साम्राज्य नगरपालिका के अधिकारियों की कार्यशैली के चलते बना हुआ है उधर तालाब के ऊपर बांध पर निर्माण किए गए ओपन जिम के काम में नगर पालिका की बोर्ड बैठक मैं उक्त काम के प्रस्ताव से लेकर उक्त निर्माण में बहुत जल्द भुगतान प्रक्रिया पूरी करना और कार्य की गुणवत्ता अपने में घोर अनियमितताओं की ओर उंगलियां उठा रहा है वर्तमान ई०ओ० के कार्यकाल में करोड़ों रुपए के सरकारी खजाने से कराए गए कामों की गुणवत्ता पूरी तरह गुरसरांय में ध्वस्त दिखाई दी जा रही है ए टू जेड सभी पत्रावली की उच्चस्तरीय टेक्निकल जांच होती है तो बड़े पैमाने पर आर्थिक घोटाला उजागर हो सकता है। इस प्रकार पूरे कस्बे की जनता मैं नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी और वरिष्ठ लिपिक की कार्यशैली के विरुद्ध जनारोष व्याप्त है कस्बा के लोगों ने आयुक्त झांसी मंडल से लेकर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन से इस संबंध में जल्द बड़ी कार्यवाही की मांग की है।