रिपोर्ट -शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। नगर पालिका परिषद गुरसरांय के अधिशासी अधिकारी अरविंद कुमार द्वारा बिना पालिका बोर्ड मीटिंग में पारित आदेश को अपने मनमाने तरीके से लगाकर ग्रह कर में भारी वृद्धि की गई है, जिससे नगरवासी बेहद परेशान है ।जब नगर वासियों से उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि गृह कर में चेयरमैन अथवा बोर्ड की कोई जरूरत नहीं है यह उनका स्वयं का अधिकार है ।निवर्तमान चेयरमैन देवेश पालीवाल के निवास पर जब लोगों ने पहुंचकर यह बात बताई तो उन्होंने कहा ऐसा अधिशाषी अधिकारी द्वारा किया गया है ,इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है ,वह जनता के साथ हैं।मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश एवं मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश तथा आयुक्त झांसी मंडल झांसी को भेजे ज्ञापन में नगर वासियों ने बताया कि गृह कर में बेतहाशा वृद्धि करके ई ओ ने अच्छा नहीं किया ।क्षेत्रीय विधायक जवाहर लाल राजपूत, उप जिलाधिकारी गरौठा ,जिलाधिकारी झांसी अपर जिलाधिकारी प्रभावी स्थानीय निकाय नमामि गंगे संजय पांडे आयुक्त झांसी मंडल झांसी कार्यालय को प्रार्थना पत्र भेजकर लोगों ने बढ़ाये गए गृह कर को समाप्त करने की मांग की है। नामित पार्षद गौरीशंकर स्वर्णकार ने बताया गया कि 20 मार्च से नगर के हनुमान जी मंदिर के पास क्रमिक अनशन करेंगे। जब तक ई०ओ० का स्थानांतरण नहीं किया जाता ,नगरवासी अनशन नहीं तोड़ेंगे।भाजपा के नामित पार्षद गौरीशंकर स्वर्णकार के नेतृत्व में ज्ञापन में बताया गया है कि ई ओ की हठधर्मिता से पूरे नगर में रोष व्याप्त है तथा इसमें शासन की छवि धूमिल हो रही है। ज्ञापन सौंपने वालों में कृष्ण गोपाल श्रीवास्तव, रामेश्वर दयाल अग्रवाल, अरविंद कुमार पिपरैया, गीता श्रीवास्तव, आशा अग्रवाल, शीतल शर्मा ,अरुणा माथुर, उमा सोनी ,सोनम सोनी ,धर्मेंद्र सोनी, धर्मेंद्र वर्मा, जेपी वर्मा, राजा सोनी ,राकेश पटेल ,हरिश्चंद्र नायक ,राजीव सोनी, जेजे मिश्रा, आशीष खरे सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
ई०ओ० और बड़े बाबू ने सरकार और जनता के विरुद्ध चलाया महा अभियान……?
गुरसरांय नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और वरिष्ठ लिपिक की जोड़ी ने उत्तर प्रदेश शासन के नियम विरुद्ध गुरसरांय नगर पालिका क्षेत्र में महा अभियान चला रखा है जिसके चलते धनाई तालाब, नारायणपुरा मरघट की भूमि पर और कस्बे की सरकारी सार्वजनिक भूमि पर पूरी तरह अतिक्रमणकार्यों को खुली छूट दे रखी है जिसके चलते उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की नगर पालिका गुरसरांय ऐसी नगर पालिका है जहां शासन और न्यायालय के आदेश के बाद भी अतिक्रमण हटाने के नाम पर सिर्फ और सिर्फ लीपापोती कर अतिक्रमणकार्यों से भारी सुविधा शुल्क लेकर उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है और कागजी कॉलम की पूर्ति हो रही है वही पिछले दिनों गरीब मजदूर फेरी वालों के ऊपर नियम विरुद्ध बाजार शुल्क (शहरी) फेरीनीति अंतर्गत वसूलना चालू कर दिया है जिससे गरीब तपके के लोगों के ऊपर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है और उन्हें नगर पालिका द्वारा सुविधा के नाम पर कोई जगह नहीं दी गई है जिससे जब वह बाजार में या किसी दुकानदार के सामने से अपना छोटा कारोबार करने को निकलते हैं दुकानदारों की डांट झपट सहना पड़ती है और फेरी नीति की वसूली के पहले कोई भी गजट प्रकाशन नहीं कराया वहीं दूसरी ओर चाहे गौशाला का मामला हो यहां पर कितना स्टाफ देखभाल गोवंशों की करता है और गोवंशों के रहने की जगह से लेकर उनको खाने की व्यवस्था आदि सफाई व्यवस्था पूरी तरह चौपट है पिछले माहों में आए एडीएम नमामि गंगे ने खुद वहां भारी अवस्थाएं देखी थी और मुख्य सड़कों के पास नगर पालिका द्वारा कचरा घर स्थापित कर गंदगी का साम्राज्य स्थापित कर रखा है यह भी एडीएम नमामि गंगे ने स्वयं देखा था और अधिशासी अधिकारी को तुरंत कचरा घर हटाने की हिदायत दी थी लेकिन गंदगी पूरे गुरसरांय में अपना साम्राज्य नगरपालिका के अधिकारियों की कार्यशैली के चलते बना हुआ है उधर तालाब के ऊपर बांध पर निर्माण किए गए ओपन जिम के काम में नगर पालिका की बोर्ड बैठक मैं उक्त काम के प्रस्ताव से लेकर उक्त निर्माण में बहुत जल्द भुगतान प्रक्रिया पूरी करना और कार्य की गुणवत्ता अपने में घोर अनियमितताओं की ओर उंगलियां उठा रहा है वर्तमान ई०ओ० के कार्यकाल में करोड़ों रुपए के सरकारी खजाने से कराए गए कामों की गुणवत्ता पूरी तरह गुरसरांय में ध्वस्त दिखाई दी जा रही है ए टू जेड सभी पत्रावली की उच्चस्तरीय टेक्निकल जांच होती है तो बड़े पैमाने पर आर्थिक घोटाला उजागर हो सकता है। इस प्रकार पूरे कस्बे की जनता मैं नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी और वरिष्ठ लिपिक की कार्यशैली के विरुद्ध जनारोष व्याप्त है कस्बा के लोगों ने आयुक्त झांसी मंडल से लेकर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन से इस संबंध में जल्द बड़ी कार्यवाही की मांग की है।