रिपोर्ट -शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। बेसिक शिक्षा विभाग मैं बच्चों के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ समय-समय पर ब्लॉक स्तर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के तहत आने वाले बजट का भी खण्ड शिक्षा अधिकारी किस तरीके से ठिकाने लगाकर अपनी और अपने चहेतों की जेबें गरम करके सरकारी योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं खण्ड शिक्षा अधिकारी गुरसरांय द्वारा यह सब खेल सरकार द्वारा दिए जा रहे बजट का दुरुपयोग का जिंदा उदाहरण पिछले माहों में ब्लॉक मुख्यालय गुरसरांय सभागार मैं शिक्षा के बेहतरीन अवसर आदि तलाशने को लेकर जनप्रतिनिधियों की होने वाली बैठक ब्लॉक मुख्यालय गुरसरांय के सभागार में ना करा कर एक विवाह घर में कराकर जिस प्रकार शासकीय धन का दुरुपयोग हुआ है और शासन को गुमराह करके भले ही कागजों में फर्जी तरीके से उक्त बैठक ब्लॉक मुख्यालय सभागार में हुई दिखाई गई है लेकिन इसका पूरी का पूरा फर्जीवाड़ा हुआ है और फोटो वीडियो आदि स्वयं बयान देंगे की स्थान ब्लॉक मुख्यालय है अथवा कोई विवाह घर? वही इंग्लिश मीडियम से लेकर बेहतरीन शिक्षा के नाम से खुली गुरसरांय कस्बा से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कई के०जी० से लेकर कक्षा 8 तक ऐसे प्राइवेट स्कूल चल रहे हैं जिस जगह पर ना तो बैठने की सही व्यवस्था है और ना ही शिक्षकों की व्यवस्था है यही नहीं कहीं-कहीं भवन जर्जर है तो कहीं कहीं बिजली से लेकर अन्य दुर्घटनाओं को देती प्राइवेट स्कूल संस्थाओं की कहानी मौके पर बयान कर रही है बावजूद इसके खण्ड शिक्षा अधिकारी गुरसरांय को पूरी जानकारियां होने के बाद भी लग रहा है कहीं ना कहीं सुविधा शुल्क के चक्कर में इन संस्थाओं को संरक्षण दिया जा रहा है जबकि नियम विरुद्ध इन संस्थाओं के संचालकों द्वारा शासन के नियम विरुद्ध स्कूली बच्चों से फीस वसूली कर अभिभावकों की जेब में डाका डाला जा रहा है वही खण्ड शिक्षा अधिकारी अपना निवास अपनी तैनाती स्थल पर ना बना कर जिला मुख्यालय झांसी बनाए हुए हैं और बतौर पिकनिक मनाने क्षेत्र में या कार्यालय पर आते हैं इतने बड़े ग्रामीण क्षेत्र में जिला मुख्यालय से आने में खंड शिक्षा अधिकारी को उनके निजी वाहन होते हुए भी 2 घंटा आने और 2 घंटा जाने में लगते होंगे फिर काम क्या करते होंगे और हजारों रुपए प्रतिदिन का पेट्रोल आदि में ही खर्च होना बता रहा है की ऊंची पगार के बाद भी शिक्षा विभाग के खण्ड शिक्षा अधिकारी व्यवस्था के नाम पर स्वयं अवस्थाएं फैलाए हुए हैं और इनका कार्यालय में लेखाकार ही पूरा काम का जुम्मा लिए हुए हैं वही खण्ड शिक्षा अधिकारी अपने को शासन सत्ता में ऊपरी पहुंच की दुहाई देकर पूरे गुरसरांय ब्लॉक से लेकर गुरसरांय कस्बे में सरकारी और गैर सरकारी प्राइमरी स्कूलों मैं जबरदस्त फैली अव्यवस्थाओं के रूप में संरक्षण दाता उभर कर सामने आ रहे हैं कस्बा व क्षेत्र के लोगों ने इस संबंध में शीघ्र कार्यवाही की शासन से मांग की है।