खाद्य एवं औषधि विभाग व मिलावटखोरों की मिलीभगत से आम जनता को बेचा जा रहा स्लो पाइजन, शासन से बड़ी कार्यवाही की मांग

रिपोर्ट -शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय

गुरसरांय (झांसी)। मिलावटी खाद्यान्न से बड़ी संख्या में आम लोगों की सेहत बिगड़ रही है और दिन प्रतिदिन अस्पतालों में भारी भीड़ प्राइवेट से लेकर सरकारी अस्पतालों में देखी जा सकती है और जिसका प्रमुख कारण उभर का जो सामने आ रहा है वह है मिठाई से लेकर आटा खाद्यान्न तेल सहित कई फलों को केमिकल के द्वारा पकाए जाने के चलते यह बीमारियां आम लोगों के लिए लीवर किडनी से लेकर कई गंभीर बीमारियां लोगों को जीवन मरण के स्थिति में ढकेल रही हैं वहीं दूसरी ओर शासन द्वारा गुरसरांय गरौठा आदि क्षेत्रों में तैनात फ्रूड इंस्पेक्टर से लेकर जिले की खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम पूरी तरह मिलावटी खाद्यान्न विक्रेताओं को मासिक सुविधा शुल्क लेकर खुल्लम खुल्ला संरक्षण दिए हुए हैं जिसका खामियाजा जहां जनता को भोगना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार की छवि धूमिल हो रही है चर्चा है कि क्षेत्र में तैनात फ्रूड इंस्पेक्टर से लेकर जिला स्तरीय खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारी जब जिस क्षेत्र में सैंपल लेने या छापा डालने के लिए जाते हैं उसके पहले ही मिलावटखोरों को फोन पर सावधान कर दिया जाता है और तो और सैंपल दुकानदारों के मन मुताबिक लेकर उनसे की गई माहवारी सुविधा शुल्क के रूप में वसूली के नाम पर संरक्षण दिया जाता है बताते चलें आटा आदि पैकिंग खाद्यान्न में बड़े पैमाने पर केमिकल मिलाकर उसको सालों सालों खराब होने से क्यों बचा लिया जाता है और मोटी रकम मिलावट खोर जरूर कमा लेते हैं लेकिन उसके पीछे कितने लोगों की किडनी लीवर से लेकर कई गंभीर बीमारियां उनकी जान तक ले लेती हैं इस प्रकार खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारी सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति कर जहां एक और शासन से मोटी पगार और सुविधा ले रहे हैं तो दूसरी ओर मिलावट खोर खाद्यान्न विक्रेताओं से बतौर सुविधा शुल्क प्रतिमाह कई लाखों रुपए कमाने में जुटे हुए हैं जिससे आम उपभोक्ताओं की सेहत और पॉकेट पर सीधा-सीधा डाका डाला जा रहा है क्योंकि यहां पर कई जगहें देशी घी बड़े पैमाने पर केमिकल्स मिलाकर बनाया जा रहा है और सीधे-सीधे 80% लाभ ग्राहकों को धोखा देकर कमाया जा रहा है यही हाल खाद्यान्न तेल बेसन से लेकर मिठाई नमकीन के निर्माता कर रहे हैं यही नहीं कोई भी निर्माता अपना धंधा चलाने के लिए किसी नामी ब्रांड का पैकिंग पैकेट निकाल देता है बात खाद्यान्न से लेकर गुरसरांय कस्बे में खुल्लम खुल्ला प्रतिबंधित गुटखा बेचा जा रहा है और स्वयं कुछ लोग निर्माण कर पैकिंग भी विशेष प्रकार का केमिकल मिलाकर कर रहे हैं यह सब खाद्य एवं औषधि विभाग को मालूम होते हुए भी कार्रवाई ना करना संबंधित विभाग के अधिकारियों पर उंगलियां उठना वाजिब है कस्बा व क्षेत्र की जनता ने जिला प्रशासन से लेकर उत्तर प्रदेश शासन के अधिकारियों से जनहित व शासन हित में इस संबंध में जल्द बड़ी कार्यवाही की मांग की है।

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