बोहदपुरा के जंगल में अवैध असलहा बनाने वाली फैक्ट्री का किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

उरई/जालौन। एसपी ने बताया कोतवाली उरई में  आर्म्स एक्ट में पूर्व से गिरफ्तारशुदा अभियुक्तगण  राजा सिंह उर्फ राजा पहाडी पुत्र भजनलाल व रमेश विश्वकर्मा पुत्र सिद्धगोपाल ग्राम पहाङी भिटारी थाना मुस्करा जनपद हमीरपुर की निशानदेही पर वोहदपुरा के जंगल के बीच में घनी कटीली झाडियो के मध्य एक पेड के नीचे साफ जगह के पास में ही घास फूस पडे स्थान की ओर इशारा करके बताया कि साहव हम पिछली घटना के बाद डर के कारण गांव से फरार हो गए थे और हम दोनो बाद में इसी जगह पर रात्रि में अवैध असलाहा बनाते है, तथा सामान को इसी जगह गड्डे में रखकर मिट्टी से दबाकर उसके ऊपर घास फूस डालकर छिपा देते है इसी गड्ढे में हमारा सामान रखा है। अभियुक्तगणों के बताये गये स्थान पर बने गड्डे के ऊपर पडी घास को हटवाकर गड्डे से मिट्टी को कर्मचारीगणों की मदद से हटवायी गयी तो गड्डे से 3 बोरी निकली जिनमें भरे सामान को मौके पर एक जगह खोलकर एकत्रित किया गया जिनमें बने व अधबने अवैध शस्त्र व शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद हुये । अभियुक्तगणो में राजा सिंह उर्फ राजा पहाङी पुत्र भजनलाल, रमेश विश्वकर्मा पुत्र  सिद्धगोपाल निवासीगण ग्राम पहाङी भिटारी थाना मुस्करा जनपद हमीरपुर को इस अपराध में भी 9 फरवरी को समय 00.25 बजे गिरफ्तार कर थाना कोतवाली उरई में इनके विरूद्ध मु0अ0स0 60/2023 धारा 3/5/25 आयुध अधिनियम पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तगण अवैध शस्त्र बनाने मे शातिर अभ्यस्त अपराधी हैं, दो वर्ष पहले जालीन पुलिस द्वारा अवैध शस्त्र फैक्ट्री के गिरोह का पर्दाफाश किया गया था ये दोनो अभियुक्तगण उस गिरोह के सदस्य हैं अभी भी अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं सुधार नही हुआ है इनको सुधारने के लिये कानून शक्तियों का प्रयोग कर इनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी व फास्ट ट्रैक कोर्ट में इनके मुकदमे का विचारण करा कर इन्हें अधिकतम सजा करायी जायेगी। बरामद उपकरण इत्यादि कहां से लाया जाता है और अवैध शस्त्र कहां बेचे जाते हैं के सम्बन्ध में गहना से जांच की जा रही है। पछताछ का विवरण- की समस्त
अभियुक्तगणों द्वारा बताया कि हम लोग आगामी नगर-निगम चुनाव में अवैध शस्त्र की सप्लाई हेतु अवैध शस्त्र बनाकर स्टॉक करना चाहते थे जिससे कि चुनाव के दौरान अधिक दामों में (5000/- से 7000/- रूपये प्रति नग ) बेच सकें। पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि रमेश विश्वकर्मा अवैध शस्त्र बनाने का कुशल कारीगर है और दम भरता है पूरे बुन्देलखण्ड क्षेत्र में मुझसे जल्दी कोई तमन्चे नहीं बना सकता मैं अपने हुनर से एक दिन में 05 तमन्चे बना सकता है। फैक्ट्री से 315 बोर के 7 तमंचे , एक दोनाली तमंचा , एक 12 बोर तमंचा , एक 32 बोर तमंचा , 315 बोर के पांच अधबने तमंचे , 2 तमंचा 12 अधबने तमंचे , 3 नाल 315 बोर , एक नाल 12 बोर , 4 तमंचा बोडी बरामद की गयी। तमंचा बनाने के उपकरण भी मौके से जब्त किये गए।

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