बबीना – उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम कर रहे हैं। इसी के विपरीत आज कल पुलिस और अपराधियों का जरूरत से ज्यादा तालमेल से सरल, सज्जन और कमजोर तबके के लोगों को पुलिस प्रशासन से न्याय की अपेक्षा पाना नामुमकिन सा लगने लगा है। सूत्रों की माने तो जुआ,सट्टा, गंजा, खनन व शराब आदि क्षेत्र में फलता फूलता हुआ अवैध कारोबार बढ़ता जा रहा है। आए दिन पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं, जिसमें अवैध कारोबार की खबरें शोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी रहती है। इन अवैध कारोबार में पुलिस के साथ गांव के प्रधानों व कुछ सत्ताधारियों के लोग शामिल बताए जा रहे हैं जिसकी जानकारी आम नागरिकों को भली भांति रहती है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार कई ग्राम प्रधानों की मिली भगत से यह अवैध कारोबार फल फूल रहा है इसमें कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल बताए जा रहे है। सूत्रों की माने जहां से उन्हें खर्चा मिलता है वहां देखते भी नहीं जाते और जहां से खर्चे में कमी हुई वहीं दो चार लोगों को पकड़कर अपना टारगेट पूरा कर लिया जाता है।
सूत्र बताते हैं चोरी छुपे जुआ,सट्टा कच्ची शराब आदि का कारोबार चल रहा है, जहां पुलिस को खर्चा मिलता है वहां उक्त कथित व्यापार फलता फूलता नजर आ रहा है। मौखिक रूप से इस अवैध कारोबार के विषय में पुलिस प्रशासन से सवाल किया जाए तो उल्टे पुलिस बिना पगार वाले पत्रकारों से सवाल करती है बताइए कहां हो रहा है। समाज में फैलता जा रहा अवैध कारोबार से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ के साथ साथ सरकार को भी राजस्व की क्षति पहुंचाकर देश के विकास में सेंध लगाने का काम कर रहे हैं। इन अवैध कारोबारियों में कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन की लापरवाही या मिलीभगत देखी जा सकती है। इन भ्रष्टाचारियों से तालमेल बढ़ता देख आम नागरिकों को नीचे से ऊपर तक पुलिस प्रशासन भ्रष्ट नजर आ रहा है।
आज आम नागरिकों की राय में पुलिस प्रशासन की लापरवाही और लचीलेपन रवैए से इतना अपराध चरम सीमा के पार होता चला जा रहा है और इसे रोक पाना मुमकिन नही नामुमकिन है।
लोगों में पुलिस का भरोसा और भय समाप्त हो चुका लगता है और यह गलत संदेश जा रहा है ?