रिपोर्ट -शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। कस्बे के रविदास बुद्ध विहार गांधीनगर गुरसरांय में भारतीय बौद्ध महासभा के तत्वाधान में संत शिरोमणि रविदास जी महाराज जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख बामौर चन्द्रभान अहिरवार ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी महाराज को सामाजिक परिवर्तन के आंदोलन के पुरोधा बताते हुए कहां कि उन्होंने जात, पात, पराधीनता पर चोट करते हुए सामाजिक समरसता पर जोर दिया। जिससे प्रभावित हुए राजघराने की महिलाएं उनकी शिष्याएं बनने लगी। मनुवादियों की दुकानें बंद होने लगी। तो एक षड्यंत्र के तहत जनेऊ दिखाने का बहाना बना कर हत्या कर दी। उनकी समाधि राजस्थान में बनी है जो रविदास छतरी के नाम से प्रसिद्ध है। कार्यक्रम की संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि यशोदा कुशवाहा उपाध्यक्ष महिला मोर्चा ने संत शिरोमणि ने जात-पात पर करा कुठारा घात किया। उन्होंने कहा जात-पात में जाते हैं ज्यों केले में पात रविदास मानुष न जुड़ सकें जब तक जात और पात गरौठा नगर पंचायत की पार्षद विनीता आर्या ने उन्हें अपने संबोधन में मुक्त मार्ग का कवि बताया।

कार्यक्रम को पंकज कुशवाहा, बालाराम लचौरिया, जनक सिंह कुशवाहा, अख्तर राईन, धर्मदास, शिवदयाल अंबेडकर, तुलाराम बौद्ध, अटल सिया, भगवानदास बौद्धाचार्य, मातादीन रजक, वीरेंद्र यादव ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लल्लीराम कुशवाहा ने की। इस मौके पर महेंद्र फौजी, रामकिशोर आर्य, उदल प्रसाद, सुमन, विनोद कुमार वर्मा, करन राज, गोलू राजा, रोहित, सिद्धू राजा, रमजान पठान, भानु प्रताप बरार, रविकांत आर्य, भरत नामदेव, मुन्नालाल दरोगा, सेवाराम, श्याम बाल्मीकि, प्रकाश ठेकेदार, जितेंद्र कुमार, मुन्नालाल पूर्व प्रधान सेमरी, बहोरन लाल, राजू वाला, रामपाल, दीपू चौधरी, टिंकू राजा, सुनील कुमार, राजेंद्र कुमार, अंकित, जगत सिंह आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे और कार्यक्रम के संयोजक महेन्द्र फौजी ने सभी का आभार व्यक्त किया।