सिमरधा-कृषि विभाग द्वारा अमर उजाला अंक दिनांक 4 फरवरी को प्रकाशित बारहवीं किसान सम्मान निधि से वंचित पात्र किसानों के लिए तेरहवीं किस्त के नियमावली को पड़कर सिमरधा ग्राम के नागेश्वर मंदिर में किसान पंचायत का आयोजन किया गया जिसमे किसानों ने आधार सीडिड एनपीसीआई से अप्रूवल कराए जाने एवं भूलेख अंकन राजस्व की जिम्मेदारी थी तो यह नियम किसानों के ऊपर क्यों डाला जा रहा है केवाईसी भी लगभग सभी किसान जनसेवा केंद्र एवं जनसेवा केंद्र की आईडी से जुड़कर काम करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर से किसानों ने कराई जहा अंगूठा निशानी मिसमैच का शिकार हुए किसान वंचित रह गए किसान पंचायत में पीएम किसान सम्मान निधि के लिए पात्र किसानों को सरलतम प्रक्रिया अपनाए जाने का सरकार से अनुरोध किया वही किसानों ने पीएम किसान सम्मान निधि पारदर्शी एवं सरल प्रक्रिया न बनाए जाने पर अनशन की चेतावनी दी एवं भारी बारिश के कारण उर्द, तिली, मूंग के नुकसान को सर्वे कराकर सरकार ने किसानों को राहत के तौर पर जमीन के हिसाब से नुकसान भरपाई दी आखिर क्या कारण है बीमा कंपनी द्वारा बीमा काटने के बाद भी खरीफ फसल का बीमा नही दिया जा रहा है इसके खिलाफ किसानों ने सड़क पर उतरने का ऐलान किया जिसकी तिथि 11 फरवरी नियत की गई है किसान पंचायत में सज्जनलाल चतुर्वेदी, जगदीश सहाय तिवारी, झुंडनलाल वर्मा, बेदप्रकाश त्रिपाठी, शुबराती खान,बालस्वरूप सोनी, सुरेश तिवारी,शंकर राजपूत,रामकुमार दीक्षित,वीर तिवारी,सूर्यप्रताप आदि तमाम किसानों ने किसान पंचायत में भाग लिया।
मानवेंद्र यादव बंगरा की रिपोर्ट
किसान पंचायत में गरजे किसान,सम्मान निधि फसल बीमा के लिए से डाली चेतावनी
