कोंच (जालौन) | 1 फरवरी सन 2004 कोतवाली कोंच कांड में शहीद हुए 3 नौजवान महेंद्र सिंह सुरेंद्र सिंह और दयाशंकर की पावन स्मृति में संपूर्ण जिले ने एकजुट होकर एमएसडी महाविद्यालय तीतरा खलीलपुर की स्थापना सन 2004 में ही की गई थी इस महाविद्यालय के निर्माण से पूरे बुंदेलखंड में उच्च शिक्षा संस्थान खोलने की परंपरा शुरू हुई। आज जनपद जालौन महाविद्यालयों के क्षेत्र में यूनिवर्सिटी में सबसे आगे हैं। एमएसडी कॉलेज द्वारा ललितपुर जनपद में तीन महाविद्यालय स्थापित किए गए जो उस जिले की उच्च शिक्षा की ज्योति जलाने वाले में मील के पत्थर साबित हुए। चारों महाविद्यालयों के माध्यम से लाखों विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा का वरदान दिया गया इसी के साथ शहीद हुए तीनों नौजवानों के नाम अमरता की श्रेणी में आए। और एक दुर्दांत घटना को सुखांत रूप में परिणत करके कोच क्षेत्र के मनीषियों ने ऐतिहासिक काम किया। इस दिवस को एमएसडी कॉलेज तीतरा में एमएसडी शहीद दिवस के रूप में इस वर्ष काफी बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है जिसमें शिक्षा समिति की आम सभा के लगभग 550 सदस्यैं, चारों एमएसडी महाविद्यालयों की प्रबंध समितियां, चारों कॉलेजों के स्टाफ तथा शिक्षा समिति और सभी कॉलेजों के भूमि दाता के साथ-साथ 1 फरवरी 2004 को कोतवाली कोच में घायल हुए और प्रत्यक्षदर्शी तथा संस्थान निर्माण में सहयोगी एवं शुभ आकांक्षी जीवित और मृतक सभी को उनके योगदान के अनुसार सम्मानित करने तथा शहीदों को श्रद्धांजलि देकर विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल करने तदोपरांत सह भोज हेतु समिति के अध्यक्ष श्रीमती मीरा देवी प्रबंधक श्री श्याम सुंदर और एमएसडी कॉलेज की तीतरा के प्रबंधक श्री शिव प्रसाद उर्फ बब्बू मास्टरसाहब द्वारा 01 फरवरी बुधवार को एमएसडी कॉलेज तीतरा मेंआमंत्रित किया गया है।