रिपोर्ट -शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय(झांसी)। झांसी जिले के विकासखण्ड बामौर ग्राम पंचायत भदरवारा खुर्द के निवासी दलित गरीब मजदूर को 25000 रुपया बतौर सुविधा शुल्क न जुटा पाना बहुत मंहगा पड़ रहा है और केन्द्र और प्रदेश की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली आवास योजना का पात्र होने के बाद भी पात्रता सूची में नाम होने के बाद भी उसे आवास मुहैय्या नहीं कराया जा रहा है। इस सम्बन्ध में तहसील दिवस गरौठा में 21 जनवरी को बामौर विकासखंड के भदरवारा खुर्द निवासी चंद्रपाल पुत्र लल्लीराम अहिरवार ने प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि उसके पास कच्चे टूटे फूटे दो घर हैं जिसमें बरसात से लेकर गर्मी में रहना दूभर है और वह किसी तरह मजदूरी करके अपने बच्चों को दो वक्त की रोटी जुटा पाता है शासन द्वारा उसका आवास निर्माण हेतु चयन हो चुका है लेकिन चयन होने के बाद ग्राम प्रधान उससे 25000 रुपया रिश्वत मांग रहे हैं जबकि पात्र लाभार्थी चंद्रपाल रिश्वत देने में असमर्थ है इस शिकायत को जिला स्तरीय तहसील दिवस गरौठा में प्रमुखता से संज्ञान लेकर निस्तारण के निर्देश भी दिए जा चुके हैं बाबजूद इसके पीड़ित को आवास के नाम पर ग्राम प्रधान के लड़का के द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है और कहा जा रहा है कि तूने मेरे पिता के खिलाफ शिकायत की है अब तेरा आवास नहीं बनेगा और निरस्त करवाकर और किसी का बनवा देंगे। पीड़ित चंद्रपाल ने 27 जनवरी को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत संख्या 40016623001935 के माध्यम से अपनी समस्या बताते हुए कहा है कि रुपया 25000 न देने पर और शिकायत करने पर प्रधान के लड़के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है और कहा जा रहा है तेरा आवास कहीं भी शिकायत कर ले नहीं बनेगा पीड़ित ने जिला प्रशासन से लेकर उत्तर प्रदेश शासन तक उक्त सम्बन्ध में न्याय की गुहार लगाई है।