पतंग के पेंचों में है जीवन जीने का सलीका: डॉ. संदीप सरावगी

रिपोर्ट-विनय नगायच ब्यूरो चीफ झाँसी


झाँसी। गुलाम गौस खां पार्क बॉलीवॉल कोर्ट के पास दतिया गेट बाहर विवेक निरंजन मेमोरियल फाउंडेशन एवं विवेक निरंजन खेल एकेडमी के संयुक्त तत्वाधान में पतंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी संघर्ष सेवा समिति अध्यक्ष डॉ. संदीप सरावगी विशिष्ट अतिथि तुलसीराम पांडे शहर कोतवाल विशिष्टअतिथि जुगल किशोर कुशवाहा विशिष्टअतिथि अखलाक मकरानी पार्षद विशिष्ट अतिथि मधुकर निरंजन “दादा”
विशिष्टअतिथि विकास पटेल अवध फ़ूड विशिष्टअतिथि सौरभ मिश्रा मीडिया प्रभारी रहे। समाजसेवी संदीप सरावगी एवं शहर कोतवाली थानाध्यक्ष तुलसीराम पांडेय ने पतंग उड़ाकर पतंगबाजी की रस्म अदायगी कर कार्यक्रम की शुरुआत की। समाजसेवी संदीप सरावगी ने अपने उद्बोधन में कहा पतंग अपनी संस्कृति की विशेषता ही नहीं, अपितु आदर्श व्यक्तित्व का संदेश भी देता है। पतंग से जीवन जीने की कला सीखी जा सकती है। पतंग का आशय है, अपार संतुलन, नियमबद्ध नियंत्रण, सफल होने का आक्रामक जोश और परिस्थितियों के अनुकूल होने का अद्भुत समन्वय। यह आक्रामक एवं जोशीले व्यक्तित्व की भी प्रतीक है। पतंग का कन्ना संतुलन की कला सिखाता है। कन्ना बांधने में थोड़ी-सी लापरवाही होने पर सही संतुलन नहीं रह पाता। इसी तरह जीवन और व्यक्तित्व में भी संतुलन न होने पर जीवन गोते खाने लगता है। पतंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मो. शाहरुख, द्वितीय स्थान हैदर एवं रुद्र ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। फैशन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान जगदीश पतंग बाज, द्वितीय स्थान शालू एवं अभिषेक कनौजिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जीते गए विजेताओं को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गई। इस मौके पर अखलाक मकरानी पार्षद, नफीस मकरानी, आशिफ मकरानी, राजकुमार प्रजापति, राजेश पटेल एवं संघर्ष सेवा समिति से जिलाध्यक्ष अजय राय, राकेश अहिरवार, बसंत गुप्ता महेंद्र रायकवार आदि सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन रामकिशन निरंजन, अवधेश निरंजन द्वारा एवं आभार राजेश पटेल, पवन सरावगी द्वारा किया गया।

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