निवाड़ी । जहां एक और निवाड़ी जिला के अधिकांश आला अफसरों के द्वारा लोगों की समस्याओं के निदान के लिए सहृदय व आत्मीयता ,सद्भाव के साथ जिला के लोगों की समस्याओं के निराकरण की पहल निरंतर की जा रही है, वहीं जिला के एक अधिकारी के द्वारा गत दिवस ग्राम पंचायत अस्तारी के सैकड़ों ग्रामीण जन अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे तो वहां नारेबाजी सुनकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत टीएन सिंह आए और ग्रामीण से रूबरू होकर काफी भड़के तथा उत्तेजित होने लगे । उनकी उग्रता देख कर ग्रामीणों ने उन पर अकारण दबाव और भयभीत किए जाने के आरोप लगाए और उनके विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे अधिकारियों के द्वारा आम लोगों से दबाव बनाना एवं उग्र होना लोकतांत्रिक प्रणाली के प्रतिकूल है । यद्यपि कुछ समय पश्चात कलेक्टर निवाड़ी अरुण कुमार विश्वकर्मा बाहर आये और ग्रामीणों के आवेदन लिए । ग्राम पंचायत अस्तारी के सैकड़ों ग्रामीणों के द्वारा कलेक्टर को आवेदन दिया गया जिसमें सचिव रामकुमार पाल द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच एवं हटाए जाने की मांग की गई है । अस्तारी से आए ग्रामीणों का कहना है कि कई बार इस संबंध में ज्ञापन दिए जा चुके हैं लेकिन कोई भी सार्थक पहल अभी तक नहीं हुई है। कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने समस्या का समाधान किए जाने का आश्वासन दिया और 18 जनवरी को एक जांच दल ग्राम अस्तारी भेजे जाने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया । ग्रामीण जन कलेक्टर के आश्वासन पर पुलकित होकर अपने गाँव वापिस हो गए।
आम लोगों पर दबाव बनाना एवं उग्र होना जिला मुख्यालय पर ज्ञापन देने आए ग्रामीणों से भड़के जिला पंचायत सीईओ
