
विनय नगायच ब्यूरो चीफ झाँसी
झांसी। प्राचीन श्री श्री 1008 महाकाली विद्यापीठ मन्दिर लक्ष्मी गेट बहार पर गुप्त नवरात्रि के पावन पर्व पर वनारस से आए हुए विद्वानों द्वारा शतचंडी महायज्ञ का आयोजन 21 जनवरी से प्रारंभ होगा। वहीं प्रधान पुजारी पं अजय त्रिवेदी (गुरु जी) ने पत्रकार वार्ता मे पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया जिसमे वनारस से आए हुए विद्वानों द्वारा शतचंडी महायज्ञ का अयोजन 21 जनवरी से प्रारंभ होगा वही 26 जनवरी को बसंत पंचमी पर छोटे छोटे बालकों का मंत्रोच्चारण के साथ यगोपवित संस्कार होगा। वही बताया की महायज्ञ की भव्य कलश यात्रा 21 जनवरी को दोपहर 12 बजे मन्दिर प्रांगड़ से प्रारंभ होकर बड़ा बजार, गांधीरोड, रानीमहल, सिन्धी चौराहा , कोतवाली , पचकुइयां मंदिर पहुंचेगी जहां से कलश भरकर वापिस मन्दिर प्रांगड़ में समापन होगी और प्रतिदिन सुबह से वनारस से आए हुए विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ बेद पाठ होगा उसके बाद दोपहर 2 बजे से प्राचीन यज्ञमंडप मे आहुति डाली जाएगी जो की प्रतिदिन चलेगा और अंतिम दिन वाले मां महाकाली के दरबार मे पूर्णआहुति और विशाल भंडारे का आयोजन होगा वहीं बताया की जो भी महिला कलश यात्रा में जाना चाहती ,और यज्ञ में आहुतियां देना चाहते है तो अपना नाम मंदिर व्यवस्थापक के पास लिखवा दे। इस प्रेस वार्ता के दौरान मंदिर व्यवस्थापक पं अरूण त्रिवेदी,पं कुशाग्र त्रिवेदी राष्ट्रीय सचिव राष्ट्रीय हिंदु वाहिनी,अनूप गर्ग निलशिला, पिंटू नाछोला, मुकेशअग्रवाल,अभिषेक गुप्ता (गल्ला मंडी), नरेश सैदेले, गुड्डा अग्रवाल, सुमित बाबा, तेजपाल मंगतानी, अमित गोलू महाराज,विवेक दुबे, पंकज पटेरिया राजापुर , जीतू वर्मा, सौरभ दुबे, अजय साहु, मुकेश साहु, ईशु उपाध्याय, बंटी बट्टा, मनीष साहु, कृष्णा कुशवाहा आर एस केटर्स, सभी का आभार व्यक्त मन्दिर व्यवस्थापक पं अरूण त्रिवेदी ने किया।