
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। नगर पालिका परिषद गुरसरांय मैं गरीबों का आशियाना बना आसरा योजना कॉलोनी में गरीबों को बेआसरा कर दिया है और यहां तक की पेयजल की जो व्यवस्था बोरिंग के द्वारा सप्लाई समर्सिबल पंप से हुआ करती थी वह समर्सिबल पंप नगरपालिका के ठेकेदार जोकि नगरपालिका की कॉलोनी के बाहर अलग से दुकानें निर्माण करवा रहा है उसने समर्सिबल पंप अपने इस्तेमाल के लिए लगभग 1 हफ्ते से अपने में कब्जा करके आसरा कॉलोनी में रह रहे लोगों को पानी देना बंद कर दिया है और जानबूझकर अव्यवस्था फैलाए हुए हैं इससे गरीबों को पूरी तरह से पेयजल सप्लाई बंद हो गई है क्योंकि इस कॉलोनी में लगे हैंडपंप वगैरह पूरी तरह ठप पहले से ही पड़े हुए हैं वही ठेकेदार के आदमियों द्वारा गरीब मजदूर बेसहारों जो आवास कॉलोनी मैं रह रहे लोगों से गुंडा टैक्स के नाम पर रुपया इस बात के मांग रहे हैं की ₹5000 दो तभी तुम लोगों को पानी मिलेगा इस प्रकार आसरा कॉलोनी नगर पालिका गुरसरांय में रह रहे लोगों का तरह-तरह से उत्पीड़न किया जा रहा है।
कॉलोनी में खाली पड़े आवास आवंटन क्यों नहीं…….
आसरा आवास कॉलोनी मैं 2 सैकड़ा लगभग आवास गरीबों के लिए खाली पड़े हुए लेकिन नगर पालिका परिषद के अधिकारियों द्वारा पात्र लाभार्थियों को आवंटन नहीं किए जा रहे हैं जो स्पष्ट इशारा कर रहे हैं सरकार और जनता के साथ नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी से लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा जानबूझकर पात्र लाभार्थियों को सालों से खाली पड़ी आसरा आवास आवंटन नहीं किए गए हैं वही कुछ अपात्र लोगों को आवंटित करने के चलते अपात्र लोगों द्वारा गरीब पात्र लोगों से आसरा कॉलोनी में आवास किराए पर दे रखे हैं रिजबाना कटेरा वाली ने मौके पर पहुंचे हमारे प्रतिनिधि को बताया की महबूब गुरसरांय के नाम से आवंटित आवास को मुझे ₹500 प्रति माह किराए पर दिया है जबकि मैं मजदूरी करके दो वक्त की रोटी बमुश्किल कमा पाते हैं इस प्रकार सैकड़ों आवास खाली होने के बाद आवंटन ना होना क्या स्पष्ट नगर पालिका परिषद द्वारा सरकार को चुनौती है कि जल कल्याण की योजनाओं को गुरसरांय में पूरी तरह मजाक बना दिया गया है इससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है।

क्या शासन लेगा संज्ञान
अति महत्वपूर्ण प्रदेश और केंद्र सरकार की गरीब बेसहारों को आवास निःशुल्क उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है बावजूद इसके गुरसरांय नगर पालिका क्षेत्र में सालों पूर्व करोड़ों रुपया खर्च करके बनाई गई आसरा कॉलोनी गुरसरांय रामनगर रोड पर अभी भी 70% आवाष खाली पड़े हैं उनका पात्र लाभार्थियों को आवंटन क्यों नहीं और जो पात्र लोग वहां रह रहे हैं उनको पेयजल जैसी सुविधा होने के बाद भी गुंडा टैक्स के नाम पर पेयजल उपलब्ध ना कराना लग रहा है संबंधित कार्यों की घोर लापरवाही तानाशाही के चलते जहां एक और सरकार की छवि धूमिल हो रही है वही गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है कस्बे के लोगों ने खाली पड़े आवासों को पात्र लाभार्थियों को आवंटन करने और पेयजल व्यवस्था रोकने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने के साथ-साथ अपात्र व्यक्तियों द्वारा आवंटन आवास किराए पर दिए जाने के विरुद्ध कार्यवाही कर जिस व्यक्ति को किराए पर दिए हैं उसको वैधानिक रूप से आवास आवंटन करने की मांग की है।