अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे द्वारा किया गया नगर पालिका परिषद गुरसरांय में औचक निरीक्षण,गुरसरांय गौशाला की स्थिति को देखकर बिफरे अपर जिलाधिकारी

रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय

गुरसरांय (झांसी)। नगर पालिका परिषद गुरसरांय कार्यालय में संजय पाण्डेय अपर जिलाधिकारी द्वारा औचक निरीक्षण किया गया जिसमे पालिका के स्टोर रूम तथा जन्म मृत्यु का रजिस्टर देखा इसके बाद पालिका द्वारा कराए जा रहे पेयजल संबंधी कार्यों की फाइल देखी गई, तत्पश्चात मोहल्ला नारायणपुरा स्थित अस्थाई गौशाला का निरीक्षण किया गया जिसमे अधिशासी अधिकारी गुरसरांय अरविंद कुमार को गौवंशो को ऐसी शीतलहर में बचाव हेतु पास की कान्हा गौशाला में भेजने हेतु आदेशित किया गया तत्पश्चात राज्यसेक्टर योजना के अंतर्गत हो रहे पेयजल टंकी WTP तक पहुंचने हेतु सड़क पर GSB बिछाए गए कार्य को देखा
इस मौके पर पालिका कर्मचारी सोनू यादव लेखा लिपिक, योगेंद्र मिश्रा डिमांड लिपिक, माहेश्वरी शरण बुधौलिया निर्माण लिपिक, ओमीचंद्र राजस्व मुहर्रिर, मोहनलाल सफाई निरीक्षक, आशाराम प्रजापति कम्प्यूटर ऑपरेटर, जय नारायण कंप्यूटर ऑपरेटर, प्रकाश नारायण दीक्षित, कार्यालय सहायक उमेश कुमार, रामदेवी अबरार सिद्दीकी, अखिलेश सफाई नायक, राजेश सफाई नायक, प्रमोद कुमार सचिन श्रीवास्तव मोंटी मिश्रा, आमिर खान, शालू गोस्वामी, मोनू जैन, हरिओम आदि स्टाफ कर्मचारी उपस्थित रहे। वही दूसरी ओर
नगर में आज अपर जिलाधिकारी संजय पांडेय ने नगरपालिका परिषद गुरसरांय का निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने विभिन्न पटल का गहन निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने अभिलेखों को दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। उन्होंने गौ शाला का भी निरीक्षण किया, गौशाला की स्थिति देखकर बह नाराज हो गए,छोटी सी जगह में 150 गोवंश थे,जिनकी ठंड से बचाव व बर्षा के पानी से बचने की कोई अच्छी व्यबस्था न देखकर समस्त गोवंश को एरच स्थित गोशाला में स्थानांतरित करने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि गोवंश को सर्दी तथा बेमौसम बर्षा से बचाना अति आबशयक है। उन्होंने अधिशासी अधिकारी गुरसरांय अरविन्द कुमार से शीघ्र वाहन व्यवस्था कर गौवंश की रक्षा के लिए गौशाला में ले जाने के निर्देश दिए। साथ ही नगर में अनेक जगह खुला पड़ा कूड़ा निस्तारित करने के भी निर्देश दिए।

इसके पूर्व में नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही से रामनगर रोड स्थित अस्थाई गौशाला में आग लगने से कुछ गोवंश जलने से मौत हो चुकी थी।ना तो वहां पर उस समय नगरपालिका का कोई कर्मचारी था, और ना ही गौशाला देखरेख समिति का कोई व्यक्ति मौजूद था। आग लगने की खबर फैलते ही नगर पालिका परिषद के आला अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए थे, उन्होंने तत्काल प्रभाव से नारायणपुरा स्थित मुक्तिधाम में सैकड़ों की संख्या में गायों को स्थानांतरित करा दिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *