
रिपोर्ट -शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गूरसरांय (झांसी)। वर्ष 2022 साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर शनिवार को सर्वोच्च कड़कड़ाती ठंड और घना कोहरा से आम जनमानस से लेकर जानवर पशु पक्षी सब के सब ठंड से सुकड़ते बेहाल देखे गए और नगरपालिका से लेकर तहसील, राजस्व प्रशासन (दैवीय आपदा) समाज सेवा की दम भरने वाली समाजसेवी संस्थाओं का कोई अता पता या उनके द्वारा कोई भी काम ठंड बचाओ में राहत के लिए नहीं करते देखे गए और तो और शासन स्तर से भीषण ठंड में जो असहाय लोगों को कंबल वितरण आदि राहत आपदा प्रबंधन द्वारा होती थी वह पूरी के पूरी सिर्फ और सिर्फ शायद कागजों में कैद होती दिखाई दे रही है उधर निकाय चुनाव का लंबी अवधि के लिए टलने के संकेत के कारण कुछ समाजसेवी और कुछ प्रत्याशी जो समाज सेवा की दम भरते थे लग रहा है इस ठंड में वह भी पूरी तरह सुकड़ते नजर आ रहे हैं और नया वर्ष 2023 का एक जनवरी 23 पहला दिन भी पूरी ठंडक भरा रहने का संकेत दे रहा है जिसके चलते इस बार 2022 का अंतिम दिन और 2023 के प्रवेश अवधि में आम लोगों में किसी प्रकार का जोश और उत्साह नहीं है और आमजन सिर्फ और सिर्फ ईश्वर भरोसे हैं।
जिला प्रशासन को जल्द बचाव राहत के लिए तेज कार्यवाही करने की जरूरत
उत्तर प्रदेश शासन से लेकर झांसी जनपद के जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार के द्वारा लगातार लगभग 20 दिन पहले से ही परगना से लेकर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारियों को अलाव लगवाने रैन बसेरा आदि पूरी तरह चालू पूरी तैयारी के साथ करने के सख्त आदेश के बाद भी नगरपालिका गुरसरांय से लेकर पूरे क्षेत्र में संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई भी शासन की गाइडलाइन का या निर्देशों का ध्यान ना देकर पूरी तरह कागजी कॉलम पूरा करके अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ते नजर आए और उनकी कागजों में ड्यूटी भी पूरी होती रहे को लेकर सिर्फ और सिर्फ कागजी खानापूर्ति और कागजी कैमरा बाजी करके अपनी ड्यूटी औपचारिकता करते नजर आ रहे हैं जिसके चलते आम जनमानस से लेकर गोवंश पशु पक्षी जानवर सब बेहाल हैं कस्बा व क्षेत्र के लोगों ने भीषण ठंड और विषम परिस्थिति में जिला प्रशासन से और उत्तर प्रदेश शासन लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से जनहित व शासन हित में इस संबंध में जल्द बड़ी कार्यवाही जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की देखरेख में मॉनिटरिंग करके युद्ध स्तर पर बचाव एवं राहत कार्यक्रम चलाए जाने की मांग की है।