
गुरसरांय (झांसी)। नगर के मंदिरों पर श्रावण तीज के अवसर पर भव्य झूले सजाए गए, जिसमें भगवान राधाकृष्ण एवं भगवान सीताराम जी की भव्य झांकियां सजाई गईं।
नगर के प्राचीन गोविंद जी मंदिर, नरसिंह मंदिर, गढ़ा मंदिर एवं परकोटा के राम जानकी मंदिर,आवा जी मंदिर,माँ शारदा संगीत विद्यालय के संगीत कला कुन्ज पर भगवान के झूले की झांकियों को देखने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती रही।
नगर में झूला उत्सव के कार्यक्रम आयोजित किये गए, जिसमें देर रात तक श्रोताओं ने झूला गीतों का आनंद लिया ।
नगर के गोविंद जी मंदिर एवं नरसिंह मंदिर पर झूला बिहार उत्सव का शुभारंभ समाजसेवी पं नितुल व्यास ने दीप प्रज्वलित करके किया। कार्यक्रम में रामेश्वर प्रसाद पाठक द्वारा कजरी गीत हरे रामा रिमझिम बरसे पनिया झूले राजा रनिया रे हारी की प्रस्तुति दी गई। नगर के गायक प्रमोद गोस्वामी द्वारा झूलन मैं आज सज धज के युगल सरकार बैठे हैं, गीत प्रस्तुत किया गया ।सितार वादक सरजू शरण पाठक द्वारा झूला गीत सुघर धनियां लिए झूंलें छबीले की प्रस्तुति दी। रानू तिवारी ने झूला झुलत कुंज बिहारी एवं आकाशवाणी कलाकार चंद्रभान सिंह चंद्र ने झूला झूला तो, जुगल सरकार तथा आकाशवाणी कलाकार खेम चंद्र वर्मा ने झूलन की ऋतु आई अवध सैया की मनमोहक प्रस्तुति दी।कैलाश प्रकाश गुप्ता छाय रही अजब बाहर रे झूंलें बांके बिहारी की प्रस्तुति दी। उनके साथ नाल पर देवेंद्र सिंह घोष ने संगत कर समा बांधा ।
इसके अलावा सुमित यादव, राजेश व्यास तथा ढोलक मास्टर जीतू वर्मा ने अपने कार्यक्रम की अनूठी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन अंशु गोविंद गुप्ता ने किया। अंत में मंटू महाराज ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया ।
इस मौके पर पुजारी कृपाराम पसारिया, सत्यदेव अध्यापक ,केशव प्रसाद पाठक, आजाद खान पूर्व पार्षद ,मिथिलेश सेन, नीरज पाठक, सोनू पटसारिया, कैलाश पेंटर, देवेंद्र सोनी, मोंटी पटसारिया, रघुवीर शरण त्रिपाठी, मुकेश त्रिपाठी गोपाल जी शर्मा ,कौशलेश मिश्रा,डी आर कांतरे आदि उपस्थित रहे।