
झांसी- भारत सरकार द्वारा भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे भारत का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत 01 जुलाई, 2022 से 07 जुलाई, 2022 तक फसल बीमा/प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सप्ताह मनाया जा रहा है।
इसी क्रम में जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने आज प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रचार वाहन की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रचार वाहन समस्त विकासखंड सहित ग्राम पंचायत स्तर पर पहुंचे और किसानों को जागरूक करें। प्रचार वाहन ऐसे क्षेत्र में अवश्य भ्रमण करें जहां पर किसानों द्वारा फसल बीमा में कम रुचि ली गई है।
देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे ‘‘भारत का अमृत महोत्सव‘‘ अभियान के रूप में मनाया जा रहा है। इस अभियान के अन्तर्गत भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के व्यापक प्रचार -प्रसार के सम्बन्ध में कृषकों को जिज्ञाषाओं का समाधान करने एवं योजना में कृषकों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से फसल बीमा योजना सप्ताह मनाये जाने का निर्णय लिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि योजनान्तर्गत कृषकों की भागीदारी में तेजी लाने के उद्देश्य से खरीफ मौसम में जुलाई के प्रथम सप्ताह प्रधानमंत्री फसल बीमा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। बीमा कम्पनी, बैंक व जनसुविधा केन्द्रों के सहयोग से जनपद के प्रत्येक विकास खण्डों में जहाँ पर बीमित कृषकों की संख्या कम है, विशेषकर ब्लाकों का चयन करते हुए गहन अभियान चलाकर कृषकों की सहभागिता बढ़ायी जाये। प्रचार-प्रसार मुख्यतयः कृषकों को योजना की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएं, योजना के प्रति उत्पन्न जिज्ञाषाओं के निराकरण करने एवं योजना में बैंकों व जनसुविधा केन्द्रों के माध्यम से अधिक से अधिक भागीदारी के लिये प्रेरित करने पर केन्द्रित हो।
जिलाधिकारी ने भारत के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में मनाया जा रहे अमृत महोत्सव के अंतर्गत 01 जुलाई 2022 से 07 जुलाई 2022 तक फसल बीमा सप्ताह की समीक्षा करते हुए कहा कि बीमा कंपनी जनपद के सभी बैंक शाखा जन सुविधा केंद्रों पर बैनर पोस्टर लगाते हुए आवश्यक मात्रा में पंपलेटस, लीफलेट्स आदि उपलब्ध कराएं ताकि योजना का प्रचार प्रसार और बेहतर किया जा सके।
जिलाधिकारी ने खरीफ 2021 में जिले में सर्वाधिक क्षतिपूर्ति पाने वाले श्रीमती कुंवर बाई गुरसराय, श्री जागेश्वर प्रसाद गुरसराय, श्री गुलाब सिंह गुरसराय, श्री नरेंद्र कुमार गुरसराय और श्री जगदीश प्रसाद गुरसराय को शुभकामनाएं दी