
बुन्देलखण्ड बुलेटिन।।
आज दिनांक 2 जुलाई को तहसील समाधान दिवस में ममता पत्नी थानसिंह निवासी ग्राम खरार थाना एरच ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि मैंने अपने 120+35 प्लाट में से सिपाही लाल पुत्र हरदयाल निवासी खलार को अपने प्लाट में से 17+60 का एक हिस्सा एक लाख नब्बे हजार बेच दिया था|
और मैं परिवार के साथ मजदूरी करने गुजरात चली गयी|
जब मैं गुजरात से वापस आयी तो मेरे मकान का ताला टूटा पड़ा था मेरा सामान यहां वहां बिखरा पड़ा था जब हमने सिपाही लाल से पूछा कि मेरे मकान का ताला किसने तोड़ा है तो सिपाही लाल ने कहा कि हमने तो पूरा मकान तुम्हारे पति से खरीद लिया है अब तुम्हारा इस मकान में कोई हक नहीं है तो मैंने कहा कि हमारे पति के नाम मकान नहीं है उन्होंने कैसे मकान बेचा तो इसी बात पर मुझे सिपाही लाल यादव एवं उसका पुत्र छोटू व रौहित एवं अन्य लोग जिन्हें हम पहचानते नहीं हैं आकर मेरी मारपीट कर दी एवं जाति सूचक शब्दों के साथ जान से मारने की धमकी दी|
प्रार्थीया ने उच्चाधिकारियों से घर पर कब्जा हटवाने की गुहार लगाई|