
गुरसराँय (झाँसी)। हिंदी पत्रकारिता भारत देश में पत्रकारिता की मूल आत्मा मानी जाती है जिसके चलते सृष्टि की रचना से लेकर आज तक विभिन्न चरणों में चाहे जब पेपर अखबार ना चलते हो तब भी नारद भगवान पत्रकारिता के जनक माने जाते थे और तब से लेकर वर्तमान परिदृश्य में आज पूरे देश में हिंदी पत्रकारिता की विश्वसनीयता लगातार बरकरार है और पूरे देश में 80 फ़ीसदी लोग हिंदी पत्रकारिता हिंदी लिखने को ही अपनी मूल आत्मा मानते हैं और आज बिश्वनीयता मर्यादा परंपरा सच्चाई से लेकर सभी बिंदुओं पर हिंदी पत्रकारिता का अपने में आज गौरव है हिंदी पत्रकारिता दिवस पर इस संबंध में वरिष्ठ पत्रकार कुंवर राम कुमार सिंह ने सभी पत्रकारों से हिंदी पत्रकारिता के मूल्यों पर और हिंदी पत्रकारिता के जो तथ्य है उन पर चलकर हिंदी पत्रकारिता के गौरव को आगे बढ़ाने के लिए सभी को संकल्प लेना चाहिए। आज कस्बा गुरसरांय में हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार सुनील चौहान ने कहा की हिंदी भाषा हमारी मातृभाषा है और भारत देश में हिंदी पत्रकारिता का सदियों से जो गौरवपूर्ण स्थान रहा है वह विश्व में अलग ही पहचान और बिश्वसनियता का जिंदा उदाहरण है और आदर्श रहे गणेश शंकर विद्यार्थी से लेकर पत्रकारिता के क्षेत्र में हमारे पूर्वजों द्वारा हिंदी पर जो कलम चलाई है वह अपने में देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान है। इस दौरान पंडित सरजू शरण पाठक, कौशल किशोर, आशुतोष गोस्वामी, हरनाथ सिंह चौहान, दीपक त्रिपाठी, दिब्बन यादव, सोम मिश्रा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार लोग मौजूद थे।