
गुरसरांय (झांसी)। चैकिंग के दौरान एसडीओ एवं विजीलेंस की टीम पर की गई मारपीट। सरकारी कार्य में बाधा एवं मारपीट को लेकर एक नाम दर्ज सहित 20 – 30 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज। घटना को लेकर वहीं तथाकथित लोग बिजली विभाग के खिलाफ थाने के बाहर बैठे अनशन पर। एस एस पी ग्रामीण, उपजिलाधिकारी गरौठा, सीओ गरौठा सहित सर्किल की पुलिस तैनात। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही जिला से विधुत विभाग के अधिकारी भी थाने परिसर में मौजूद बने रहे।
नगर गुरसरांय में बिजली विभाग का मामला दिन प्रतिदिन तूल पकड़ता जा रहा है। आज बुधवार के दिन एसडीओ चन्द्रेश सिंह तोमर विजिलेंस टीम के साथ नगर के मुहल्ला कटरा में चैकिंग के लिये गये। वहां एक घर में चैकिंग के दौरान नगर के तथाकथित लोगों ने महिलाओं के साथ अभद्रता का आरोप लगाते हुए एसडीओ सहित विधुत विभाग के अधिकारियों के साथ जमकर मारपीट कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे नगर में हड़कंप मच गया। और सत्ताधारी नेताओं का थाने पर जमाबड़ा शुरू हो गया। वहीं जिन लोगों ने विधुत विभाग के अधिकारियों के साथ मारपीट की वही लोग थाने के बाहर अनशन पर भी बैठ गये। थाने के बाहर दर्जनों की संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई। घटना को लेकर एसडीओ चन्द्रेश सिंह तोमर विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया। लेकिन तथाकथित लोगों ने घटना को लेकर शासन सत्ता का दबाब बनाना शुरु कर दिया। थाने के बाहर चल रहे घटना क्रम को देखते हुये गुरसरांय थाना क्षेत्र के अन्तर्गत सर्किल की पुलिस सहित अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, एसडीएम गरौठा जितेन्द्र सिंह बीरवाल एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी गरौठा आभा सिंह भी मौजूद रही। उधर दूसरे पक्ष ने आरोप लगाया कि विधुत विभाग के अधिकारियों ने चैकिंग के दौरान महिलाओं के साथ छेड़खानी की है। मामला इतना तूल पकड़ गया कि दोपहर से लेकर देर रात तक हाई प्रोफाइल ड्रामा चलता रहा। थाने के बाहर बैठे लोगों को जहां पुलिस समझाकर उठाने का प्रयास करती लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं कोई सांसद को तो कोई विधायक को फोन लगाते हुये पूरे तरह शासन सत्ता की हनक दिखाते रहे। पुलिस थानाध्यक्ष गुरसरांय अरूण कुमार तिवारी को एसडीओ सहित विजीलेंस टीम ने दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा, कर्मचारियों के साथ मारपीट को लेकर गुरसरांय कटरा निवासी अमन गोस्वामी पुत्र राजकुमार गोस्वामी सहित 20 से 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया ।

एसडीओ उपखंड गुरसरांय चन्द्रेश सिंह तोमर के आने के बाद बिजली विभाग में हड़कंप क्यों मचना शुरू हो गया। अभी तक विधुत में विभाग में चल रही लचर व्यवस्था के साथ ही विभाग के नाम पर तथाकथित लोगों ने लाखों रुपये किसानों से लिए और दलाल एवं अधिकारी बंदरबांट करते रहे। विधुत विभाग के नाम पर किसानों से की गई लाखों रुपये की वसूली कर किसानों के खेतों पर डीपी सहित बिजली की लाईन बिछाकर विधुत चोरी करवाई गई। न तो किसानों को ली गई रकम की रसीद दी गई न ही कोई दस्तावेज। एसडीओ चन्द्रेश सिंह तोमर के पास जब यह मामले आये तो गहन पड़ताल कर विजीलेंस टीम के साथ चैकिंग के दौरान सही पाये गये तथा जिन तथाकथित लोगों ने विधुत विभाग के नाम पर लाखों रूपयों की ठगी की थी किसानों ने उनके नाम भी उजागर किये। जो शासन सत्ता के तथाकथित लोगों को रास नहीं आया। आखिरकार बगैर विभाग के मिलीभगत के चलते तथाकथित लोग सरकारी मशीनरी का कैसे उपयोग करते रहे। और नाम उजागर होने के बाद एवं एसडीओ द्वारा लिखित नाम देने के बाद इन तथाकथित लोगों के खिलाफ मामला दर्ज क्यों नहीं हुआ जो आज भी जांच का विषय बना हुआ है।